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ईंट भट्टा श्रमिकों को लेकर अगले एक-दो दिन में 14 ट्रेनें और भेजी जायेंगी: अवनीश कुमार अवस्थी

उत्तर प्रदेश

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने सभी जिलाधिकारियों तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को कार्ययोजना बनाकर मेडिकल स्क्रीनिंग का वृहद अभियान संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि कंटेनमेंट जोन के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी सर्वे के माध्यम से स्क्रीनिंग का कार्य किया जाए। इसके लिए टीमों की संख्या में वृद्धि करतेे हुए लगभग 01 लाख से अधिक टीम गठित कर मेडिकल स्क्रीनिंग की कार्यवाही की जाए। उन्होंने स्क्रीनिंग में संदिग्ध पाए गए व्यक्तियों के उपचार की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने निर्देश दिए है कि ग्रामीण तथा शहरी इलाकों में प्रत्येक सप्ताह टीम द्वारा निर्धारित क्षेत्रों में स्क्रीनिंग की जाए। स्क्रीनिंग टीम को पल्स आॅक्सीमीटर, इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा सेनिटाइजर आदि अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराए जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना के कार्य को तेज किए जाने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि अपर मुख्य सचिव गृह तथा पुलिस महानिदेशक, पुलिस विभाग के विभिन्न संस्थानों में स्थापित कोविड हेल्प डेस्क की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करें। उन्होंने प्रदेश में सभी पी0एच0सी0, सी0एच0सी0 एवं अन्य संस्थानों एवं कार्यालायों में कोविड हेल्प डेस्क स्थापित किये जाने के निर्देश दिये है जहां पर सुबह से रात तक कर्मचारी ड्यूटी पर अवश्य रहेंगे। सभी मण्डलाक्युत एवं जिलाधिकारी आगामी दो दिन में अपने जनपदों मंे कोविड हेल्प डेस्क अवश्य बनाकर संचालित करा लें। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाकर 25 हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि इस सम्बन्ध में वैकल्पिक टेस्टिंग व्यवस्था के तहत एन्टीजेन टेस्ट आदि को आवश्यकतानुसार अपनाए जाने पर विचार किया जाए। कोविड अस्पतालों में बेड क्षमता का विस्तार करते हुए डेढ़ लाख बेड की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने प्रत्येक जनपद में विशेष सचिव स्तर के एक अधिकारी की तैनाती के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि यह अधिकारी जनपदों में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ समन्वय कर कोविड एवं नाॅन कोविड चिकित्सालयों, एम्बुलंेस सेवा सर्विलांस की कार्यवाही सहित सम्पूर्ण चिकित्सा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने में सहयोग प्रदान करेंगे। उन्होंने बताया कि 11 जनपदों में भेजे गए नोडल अधिकारियों की रिपोर्ट प्राप्त हो गयी हैं। प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार आगे की कार्यवाही शीघ्र प्रारम्भ कर दी जायेगी। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा योग्य, अनुभवी एवं वरिष्ठ स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीम तैयार की जाए, जो प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर करने में सहयोग कर सके। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कोविड अस्पतालों में भर्ती रोगियों को निश्चित समय पर दवा, भोजन तथा नाश्ता आदि उपलब्ध कराया जाए। मरीजों को पीने के लिए गुनगुने पानी की व्यवस्था की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि डाॅक्टर तथा नर्सिंग स्टाफ नियमित राउण्ड लें। मरीजों की निरन्तर माॅनिटरिंग की जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए है कि चिकित्सालयों के होल्डिंग एरिया में भीड़ एकत्र न होने दी जाए। प्रयास यह किया जाए कि कम से कम समय तक वहां कोई रूके। उन्होंने कहा है कि चिकित्साकर्मियों को मेडिकल इंफेक्शन से सुरक्षित रखने के लिए पूरी सावधानी बरती जाए। अस्पतालों में पी0पी0ई0 किट, एन-95 मास्क, ग्लव्स, सेनिटाइजर आदि की सुचारु व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि पी0ए0सी0 वाहिनी जैसे स्थान, जहां सामूहिक रूप से लोगांे को रहना पड़ता है, वहां दो गज की दूरी के नियम का अनिवार्य रूप से पालन सुनिश्चित किया जाए। पीएसी को सुरक्षित स्थानो ंपर रखा जाये जहां संक्रमण का खतरा कम हो। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि लोगों को यह अवगत कराना आवश्यक है कि कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है। इसके दृष्टिगत कोरोना से बचाव सम्बन्धी जागरूकता कार्यक्रम निरन्तर संचालित किए जाने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि सभी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, थाना, ब्लाॅक, तहसील, कलेक्ट्रेट, सरकारी राशन की दुकान सहित ऐसे सभी स्थानो पर जहां लोगों का आना-जाना हो, वहां कोविड-19 से सुरक्षा एवं बचाव के सम्बन्ध में होर्डिंग तथा पोस्टर लगाकर जनता को जागरूक किया जाए। उन्होंने टेलीविजन तथा रेडियो आदि माध्यम से भी आमजन को इस सम्बन्ध में जागरूक किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा कोरोना से बचाव तथा उपचार हेतु की गई व्यवस्था की जानकारी भी लोगों को दी जाए। उन्होंने कहा है कि दो गज की दूरी, मास्क पहनना है जरूरी, स्लोग्न का व्यापक प्रचार कर लोगों में जागरूकता फैलायी जाये। श्री अवस्थी ने बताया कि सूचना विभाग द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव संबंधी उपायों की होर्डिंग तक पोस्टर सभी जनपदों में लगायी जा रही हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि अटल भूजल योजना का कार्य जल जीवन मिशन के तहत होना है। बरसात के मौसम में इसके लिए तालाब खोदने, चेक डैम आदि के कार्य मनरेगा के माध्यम से करवाएं जाएं तथा जल संरक्षण एवं वनीकरण के कार्य किये जाये। गोवंश में होने वाले खुरपका, मुंहपका रोग के सम्बन्ध में पशुपालन विभाग द्वारा सतर्कता बरतते हुए इस रोग के नियंत्रण के लिए टीकाकरण की कार्यवाही की जाए। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि राज्य सरकार सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए कृतसंकल्पित है। इसके लिए अनेक कदम उठाये जा रहे हैं। ट्रैफिक के सामान्य नियमों की जानकारी और अनुपालन से बड़ी संख्या में दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। अधिकतर दुर्घटनाओं का कारण असावधानी अथवा मानवीय भूल होती है। सड़क सुरक्षा और यातायात के नियमों के सम्बन्ध में आम नागरिक को जागरूक किए जाने पर बल देते हुए उन्होंने कहा है कि सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी प्रवर्तन कार्यवाही की जाए। उन्होंने पुलिस तथा परिवहन विभाग को मिलकर यह कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वाहन चालकों को भी सड़क सुरक्षा के नियमों की जानकारी दी जाये।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कानून-व्यवस्था के मामलों में राज्य सरकार कोई समझौता नहीं करती। अपराध एवं भ्रष्टाचार के प्रति प्रदेश सरकार की जीरो टाॅलरेंस नीति है। उन्होंने निर्देश दिए है कि किसी भी आपराधिक घटना के घटित होने पर प्राथमिक स्तर पर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। महिलाओं पर अपराध को रोकने हेतु सख्त कार्यवाही की जाये। पुलिस द्वारा पेट्रोलिंग के कार्य को और सघन किया जाए। अवैध असलहों के विरुद्ध अभियान चलाया जाए। राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति बैठक में बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था के सम्बन्ध में विशेष रूप समीक्षा करते हुए यह भी सुनिश्चित कराया जाए कि सभी ए0टी0एम0 तथा बैंक की सुरक्षा सम्बन्धी मानकों का प्रत्येक दशा में पालन किया जाये। डिस्ट्रिक्ट माॅनिटरिंग कमेटी की बैठकें आहूत किए जाएं। पाॅस्को एक्ट के तहत कार्यवाहियों में तेजी लायी जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश कोविड केयर फण्ड में अब तक कुल 406.99 करोड़ रूपये आ चुका है। इसमें सीएम रिलीफ फण्ड से 214.80 करोड़ रूपये तथा पब्लिक कन्ट्रीब्यूशन से 192.19 करोड़ रूपये प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया अब तक उत्तर प्रदेश कोविड केयर फंड में एक लाख से अधिक की धनराशि प्रदान करने वाले दान दाताओं की संख्या 1508 है। उन्होंने बताया विभिन्न जनपदों में 18,195 आश्रय स्थल स्थापित किये गये जिसकी कुल क्षमता 14,24,426 है। वर्तमान में 02 ही आश्रय स्थल चल रहे है। उन्होंने बताया कि अब तक विभिन्न प्रदेशों से आश्रय स्थलों के माध्यम से 15,94,472, ट्रांजिट कैम्पों के माध्यम से 9,96,858 तथा सीधे घरों में 9,46,953 श्रमिकों आये हैं। इस प्रकार अब तक विभिन्न प्रदेशों से 35,38,283 श्रमिक प्रदेश मंे आयें है।
श्री अवस्थी ने बताया कि राजस्व विभाग द्वारा लोगों को कम्यूनिटी किचेन के माध्यम से फूड पैकेट वितरित किये गये अब तक 6,57,38,145 फूड पैकेट वितरित किये गये है। उन्होंने बताया कि सरकारी कम्यूनिटी किचेन के द्वारा 16,695 तक व गैर कम्यूनिटी किचेन द्वारा 17,288 तक फूड पैकेट वितरित किये गये। उन्होंने बताया कि ट्रेन एवं बस से आने वाले व्यक्तियों को क्वारांटाइन संेटरों से घर भेजते समय राजस्व विभाग द्वारा 15 दिन की कच्ची खाद्य सामग्री किट वितरित की गयी। अब तक कुल 13,63,441 राशन किट वितरित की जा चुकी है। राहत आयुक्त कार्यालय में स्थापित एकीकृत आपदा नियंत्रण केन्द्र के टोल फ्री हेल्पलाइन नं0- 1070 पर अब तक 1,15,772 काॅल प्राप्त की गयी। जिनमें 1,13,570 को निस्तारित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि विभिन्न प्रदेशों से आये हुये 10,48,166 श्रमिकों को 1000-1000 रूपये की धनराशि उनके खाते में डी0बी0टी0 के माध्यम से भेजी जा चुकी है। द्वितीय चरण में धनराशि अन्तरण हेतु 2,92,666 लोगों का विवरण अपडेट हो रहा है। शीघ्र ही उनके खाते में 1000-1000 रूपये भेजे जायेंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आये हुए कामगारों एवं श्रमिकांे का स्किल मैपिंग करते हुए कुल 33,92,219 श्रमिकों का स्किल मैपिंग की जा चुकी हैं। इनमें 2,87,334 महिला, 27,57,360 पुरूष व 1,411 ट्रांसजेंडर शामिल है। 18 वर्ष से कम आयु के प्रवासी श्रमिकों की संख्या 3,46,114 है।
श्री अवस्थी ने बताया कि गृह विभाग की धारा 188 के तहत 74,396 एफआईआर दर्ज करते हुये 1,94,670 लोगों को नामजद किया गया है। प्रदेश में अब तक 72,14,494 वाहनांे की सघन चेकिंग में 57,270 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 32,84,03,656 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। आवश्यक सेवाओं हेतु कुल 3,07,486 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं। कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 937 लोगों के खिलाफ 709 एफआईआर दर्ज करते हुए 334 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि फेक न्यूज के तहत अब तक 1532 मामलों को संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही की गई है। 22 जून को कुल 09 मामले, जिनमें ट्विटर के 08 और फेसबुक के 02 मामले को संज्ञान में लिया गया हंै तथा साइबर सेल को आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित। 22 जून तक ट्वीटर के 82, फेसबुक के 81, टिकटाॅक के 47 तथा व्हाटसएप के 01 एकाउण्ट कुल 211 एकाउण्ट्स को ब्लाॅक किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 2740 हाॅट स्पाॅट के 848 थानान्तर्गत 8,63,221 मकानों के 53,99,490 लोगों को चिन्हित किया गया है।
श्री अवस्थी ने बताया कि अब तक विभिन्न प्रदेशों से 1657 श्रमिक स्पेशल टेªनों के माध्यम से कामगारों/श्रमिकों को प्रदेश में लाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि अन्य राज्यों के ईंट भट्ठा श्रमिक जो प्रदेश में कार्य कर रहे थे उनको उनके राज्य में भेजे जाने की व्यवस्था प्रदेश सरकार द्वारा की गयी है। प्रदेश सरकार द्वारा अब तक अन्य राज्यों के ईंट भट्टा श्रमिकों को 64 ट्रेन के माध्यम से 1,11,769 ईंट भट्टा श्रमिकों को सकुशल, सुरक्षित रूप से ससम्मान उनके घर भेजा जा चुका है। इनमें 18 ट्रेनों के माध्यम से 32,170 श्रमिकों को छत्तीसगढ़, 38 ट्रेनों के माध्यम से 65,295 श्रमिकों को बिहार, 05 ट्रेनों के माध्यम से 8,751 श्रमिकों को उड़ीसा व 03 ट्रेन के माध्यम से 5,553 श्रमिकों को झारखण्ड राज्य में भेजा जा चुका है। उन्होंने बताया कि अगले एक-दो दिन में 14 और ट्रेन ईट भट्टा श्रमिकों को लेकर विभिन्न प्रदेशों को भेजी जायेंगी।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में टेस्टिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। कल एक दिन में 15,079 सैम्पल की जांच की गयी। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 5,74,340 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 75 जनपदों में 6,152 कोरोना के मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 11,601 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के डिस्चार्ज होने का प्रतिशत अब बढ़कर 63.31 हो गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना जांच के लिए अब नई तकनीकी एन्टीजन टेस्ट को प्रदेश में शीघ्र ही शुरू किया जायेगा। प्रथम चरण में लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर और कानपुर नगर में शुरू किया जायेगा। इसके बाद पश्चिमी यू0पी0 के जनपदों में इसे प्रारम्भ किया जायेगा।
श्री प्रसाद ने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा अब तक 18,03,327 लाख कामगारों/श्रमिकों से उनके घर पर जाकर सम्पर्क किया गया। उन्होंने बताया कि ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। अब तक 1,35,753 लाख सर्विलांस टीम द्वारा 1,00,41,622 घरों के 5,12,71,400 करोड़ लोगों का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप से अलर्ट जनरेट आने पर कन्ट्रोल रूम द्वारा निरन्तर फोन किया जा रहा है। अलर्ट जनरेट होने पर अब तक 89,520 लोगों को कन्ट्रोल रूम द्वारा फोन कर जानकारी प्राप्त की गयी।
श्री प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के सभी 75 जनपदों में रैण्डम सैम्पलिंग के अन्तर्गत प्रदेश के जनपदों में विभिन्न प्रदेशों से आये हुए कामगारों/श्रमिकों, सभी जनपदों के स्लम्स, आश्रय स्थलों, ओल्ड एज होम एवं बाल सुधार गृह में रह रहे व्यक्तियों एवं प्रदेश के सरकारी एवं निजी अस्पतालों के कर्मियों के सैम्पल की जांच की गयी। उन्होंने बताया कि आज रैण्डम सैम्पलिंग के तहत वेंडर, डिलीवरी मैन, फेरी वाले एवं ढाबा आदि के लोगों के सैम्पल लिये जा रहे है। उन्होंने कहा कि टारगेटेड सैम्पलिंग के दो उद्देश्य है पहला, जो लोग ज्यादा गतिमान रहते है, उनमें संक्रमण का शीघ्रता के साथ पहचान हो सके तथा दूसरा ऐसे लोगों में कोरोना संक्रमण से बचाव के संबंध में जागरूकता भी फैलायी जा सके। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देश के क्रम में प्रदेश के अधिकंाश सी0एच0सी0 एवं पी0एच0सी0 पर कोविड हेल्प डेस्क स्थापित करते हुए इसे संचालित कर दिया गया है।

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