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मंत्रिमंडल ने कानून प्रवर्तन प्रशिक्षण के लिए भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय सहयोग-ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने को मंजूरी दी

देश-विदेश

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने कानून प्रवर्तन प्रशिक्षण के लिए भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय सहयोग-ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने को मंजूरी प्रदान की है। इस सहयोग-ज्ञापन पर अमेरिका के संघीय कानून प्रवर्तन प्रशिक्षण केन्द्र (एफएलईटीसी) और भारत के पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (बीपीआर एण्ड डी) के बीच हस्ताक्षर किये जाने हैं।

इस सहयोग-ज्ञापन से भारत-अमेरिका होमलैंड सुरक्षा संवाद के तत्वावधान में दोनों देशों के बीच सहयोग में बढ़ोत्तरी का मार्ग प्रशस्त होगा।

सहयोग-ज्ञापन से प्रशिक्षण, प्रशिक्षण सामग्री, प्रशिक्षकों की गुणवत्ता इत्यादि के मानकों में सुधार करने में सहायता होगी। इससे देश में पुलिसबलों के कामकाज में सुधार होगा और ‘स्मार्ट पुलिस’ की अवधारणा पूरी होगी।

भारत और अमेरिका अपनी भूमि तथा महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सुरक्षा करने और आतंकवादी हमलों द्वारा वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को रोकने के मद्देनजर साझा हित रखते हैं। इसके अलावा दोनों देश आतंकवाद और अंतर्देशीय अपराधों से उनके सभी स्वरूपों तथा रूपों के खिलाफ लड़ने के मामलों में भी साझा हित रखते हैं।

पृष्ठभूमि:

अमेरिका के राष्ट्रपति जब नवंबर 2010 में भारत पधारे थे, तब दोनों पक्षों ने होमलैंड सुरक्षा संवाद कार्यप्रणाली स्थापित करने पर सहमति व्यक्त की थी। यह कार्यप्रणाली भारत-अमेरिका आतंकवाद विरोधी पहल पर हस्ताक्षर करने के अनुरूप है।

होमलैंड सुरक्षा संवाद के तहत 6 उप-समूहों का गठन किया गया, जिनके दायरे में निम्नलिखित क्षेत्र हैं-

  • वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला, यातायात, बंदरगाह, सीमा और समुद्री सुरक्षा
  • महानगर पुलिस प्रणाली और संघीय राज्य तथा स्थानीय भागीदारों के बीच सूचना साझा करना
  • गैर कानूनी वित्तपोषण, नकदी की तस्करी, वित्तीय धोखाधड़ी और जाली मुद्रा
  • साइबर सूचना
  • क्षमता निर्माण, और
  • प्रौद्योगिकी उन्नयन

भारत और अमेरिका के बीच होमलैंड सुरक्षा संवाद के अंग के रूप में क्षमता निर्माण के लिए एक उप-समूह की स्थापना की गयी है। इसका उद्देश्य अमेरीकी प्राधिकारों के सहयोग से भारत में काम करने वाली कानून प्रर्वतन एजेंसियों का क्षमता निर्माण है। ये एजेंसियां सभी 6 उप-समूहों से जुड़ी हैं, जिन्हें होमलैंड सुरक्षा संवाद में शामिल किया गया  है। भारत और अमेरिका में क्षमता निर्माण के कामकाज से संबंधित सभी प्रमुख संस्थानों के बीच संरचनात्मक सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके मद्देनजर अमेरिकी पक्ष ने अमेरिका के एफएलईटीसी और उसके भारतीय समकक्ष बीपीआर एण्ड डी के बीच एक सहयोग-ज्ञापन का प्रस्ताव किया है।

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