देहरादून: आईआरटीडी आॅडीटाॅरियम सर्वेचैक में अम्बेडकर जयंती के संगोष्ठी कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री श्री मदन कौशिक ने कहा कि आज के नौजवान हमारी शक्ति है। नौजवानों को समाज के संघर्ष के विषय की जानकारी आवश्यक है। अम्बेडकर दर्शन, सामाजिक संघर्ष का समाधान देता है। उन्होंने कहा कि आज आजादी के बाद भी संघर्ष की घटना देखने को मिलती है। इन घटनाओं को रोकना हम सभी की जिम्मेदारी है। पुलिस प्रशासन की अपनी सीमा है। सरकारी तन्त्र के साथ जनसहायोग की आवश्यकता होती है।
हम सभाी को मिल कर सोशल मीडिया के दुरूपयोग पर नियंत्रण लगाना होगा। सोशल मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण है, इसकी कमान आम जनता के पास है। समाज के अनेक वर्ग है, जो नहीं चाहते है सामाजिक एकता रहें। इससे सामाजिक संघर्ष होता है, इसे पुलिस कानून नही रोक सकती है। इसलिए आज हर व्यक्ति को अम्बेडकर बनना होगा। डाॅ.अम्बेडकर व्यक्ति नही विचारधारा है। आज अम्बेडकर दर्शन, विचारधार से समाज की रक्षा की जा सकती है। इस अवसर पर मंत्री ने उज्ज्वला योजना की मोबाइल वेन को हरी झण्डी दिखाकर रवना किया।
इस अवसर पर विधायक श्री खजान दास ने कहा कि हमारे लिए देश की एकता, अखण्डता महत्वपूर्ण ही अम्बेडकर के मार्ग से समाज की विकृतयां दूर होगी।
संगोष्ठी में बताया गया कि दिनांक 14 अप्रैल से 05 मई 2018 की अवधि में ग्राम स्वराज अभियान आयोजित किया जा रहा है। यह अभियान डाॅ.भीम राव आम्बेडकर जी की जयन्ती के अवसर पर दिनांक 14 अप्रैल 2018 से प्रारम्भ हुआ। इस अभियान के मुख्य उद्देश्य सामाजिक सद्भाव, गरीब परिवारों तक योजनाओं की पहुंच, सरकार द्वारा संचालित कार्यक्रमों की जानकारी ग्रामीणों को देना, किसानों की आय दोगुनी करने पर फोकस करना, आजीवकिा के अवसरों में वृद्धि करना और राष्ट्रीय प्राथमिकताएं जैसे स्वच्छता व पंचायतीराज संस्थाओं की मजबूती पर जोर दिया जाना है।
अभियान के अन्तर्गत 14 अप्रैल 2018 सामाजिक न्याय दिवस(आम्बेडकर जयन्ती), 18 अप्रैल, 2018 स्वच्छ भारत डे(स्वच्छ भारत पर्व), 20 अप्रैल 2018 उज्ज्वला दिवस(उज्ज्वल पंचायत), 24 अप्रैल 2018 राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस, 28 अप्रैल 2018 ग्राम स्वराज दिवस(ग्राम शक्ति अभियान), 30 अप्रैल 2018 आयुष्मान भारत दिवस(आयुष्मान भारत अभियान), 02 मई 2018 किसान कल्याण दिवस(किसान कल्याण कार्यशाला) एवं 05 मई 2018 आजीविका दिवस(आजीविका एवं कौशल विकास मेला) के रूप में मनाया जायेगा।
इस अवधि में राज्य की सभी ग्राम पंचायतों में स्वच्छता सम्बन्धी कार्य संचालित किये जायेंगे। विशेषकर उन ग्राम पंचायतों पर फोकस किया जायेगा, जो अभी तक खुल में शौच से मुक्त(ओडीएफ) नहीं हैं। लाभार्थियों को एल.पी.जी. गैस सिलेण्डर का वितरण किया जायेगा। ग्राम सभाओं में खुली बैठकों का आयोजन किया जायेगा, जिसमें महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों, टीकाकरण, स्वास्थ्य, महिला सशक्तीकरण आदि पर चर्चा की जायेगी तथा जिन ग्राम पंचायतों में ग्राम पंचायत विकास योजना(जीपीडीपी) नही बनी है, उनमें जीपीडीपी का अंतिमीकरण किया जायेगा। लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास एवं प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना के तहत लाभान्वित किया जायेगा। स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी का प्रसारण किया जायेगा। वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने हेतु जागरूकता अभियान एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किये जायेंगे। आजीविका एवं कौशल विकास के लिए राज्य एवं जिला स्तर पर विषय विशेषज्ञों के साथ बैंकर्स, पीआईए, एनआरएलएम, डीडीयू-जीकेवाई के सहयोग से पैनल चर्चा सम्मेलन का आयोजन एवं कौशल पंजीकरण के लिए पंजीकरण काउण्टर तथा आरएसईटीआई उम्मीदवारों के लिए क्रेडिट शिविर का आयोजन किया जायेगा।
इसके अतिरिक्त इस अभियान के अन्तर्गत सम्पूर्ण भारत वर्ष से 21058 ग्रामों का चिन्हांकन किया गया है, जिसमें उत्तराखण्ड राज्य की चिन्हित 116 ग्रामों में प्रधानमंत्री जी की प्रथामिकता की 07 योजनाओं, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना, उजाला योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एवं इन्द्रधनुष योजना से संतृप्त किया जाना है।
राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों में जिन अनुसूचित जाति के व्यक्तियों के अभी तक जाति प्रमाण पत्र एवं आय प्रमाण पत्र नहीं बने पाये है, उनके लिए जाति एवं आय प्रमाण पत्र बनाने हेतु एक पक्ष के लिए कैम्पों का आयोजन किया जायेगा। अनुसूचित जाति के जो छात्र आय के आधार पर छात्रवृत्ति पाते है, उन छात्रों को शिक्षा विभाग से समन्वय कर, नामांकन कराने की कार्यवाही की जायेगी, ताकि आय के आधार पर छात्रवृत्ति पाने वाला कोई भी छात्र छात्रवृत्ति से वंचित न रहें।