उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि बाढ़ के प्रति संवेदनशील क्षेत्रों में पशुधन की सुरक्षा हेतु सभी पर्याप्त व्यवस्थायें सुनिश्चित की जाए। इन क्षेत्रों में निराश्रित गोवंश हेतु गोशालाओं में भूसा, औषधियों का पर्याप्त प्रबंध किया जाये। गोआश्रय स्थलों में जल भराव न होने पाये और साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था की जाए।
श्री सिंह ने कहा कि जून से 30 जुलाई के मध्य चारागाह की जमीनों को कब्जामुक्त कराकर हरा चारा बोया जाए। गोवंश को हरा चारा उपलब्ध कराने के लिए 568 कुन्तल चरी/ज्वार का बीज जनपदों को उपलब्ध कराया गया है, जिसे चारागाह की भूमि पर यथाशीघ्र बो दिया जाए, ताकि स्थानीय स्तर पर निराश्रित गोआश्रय स्थलों को निर्वाधरूप से हरे चारे की आपूर्ति होती रहे।
श्री धर्मपाल सिंह आज विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में निराश्रित गोवंश को गो-आश्रय स्थल तक पहुंचाने वर्षा से बचाव हेतु गोशालाओं की समुचित व्यवस्था एवं प्रदेश में दुग्ध उत्पादन के संबंध में आयोजित बैठक में अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। उन्हांने कहा कि गौसंरक्षण सरकार की प्राथमिकता है। वर्षाऋतु के दृष्टिगत गोशालाओं में मृत गोवंश के शव का तत्काल समुचित निस्तारण होना चाहिए, ताकि अन्य गोवंश में कोई संक्रमण न फैलने पाये।
गोवंश को बीमारियों से बचाव हेतु टीकाकरण कार्य को प्राथमिकता दी जाये। टीकाकरण कार्य शत-प्रतिशत सुनिश्चित कराया जाए। दवाओं की कोई कमी न हो और दवाओं की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। रेडियम बेल्ट अभियान में तेजी लाई जाए। भूसे का प्रबंधन व्यवस्थित रूप से किया जाए। कार्यों में लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
श्री धर्मपाल सिंह ने दुग्ध उत्पादन में बढ़ोत्तरी के संबंध में अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि 01 ट्रिलियन डॉलर इकोनामी में दुग्ध विकास विभाग की अहम भूमिका है। नई दुग्ध समितियों के गठन को निर्धारित अवधि में पूर्ण किया जाए और पुरानी समितियां किसी भी दशा में बंद न होने पाए। कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाए ताकि वे नवीन शोधों और नवाचारों से परिचित हो सके और उनका प्रयोग प्रदेश में दुग्ध उत्पादन बढ़ाये जाने में किया जाए।
बैठक में पशुधन एवं दुग्ध विकास के प्रमुख सचिव श्री अमित कुमार घोष ने मंत्री जी को आश्वस्त करते हुए कहा कि उनसे प्राप्त दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा। उन्हांने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि पशुपालन और दुग्ध विकास विभाग एक दूसरे के पूरक हैं इसलिए अधिकारी एक साथ मिलकर निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति के लिए कार्य करें। उन्होंने टीकाकरण का कार्य यथाशीघ्र पूरा कराने और चारा भूसा दवाईयों आदि की पर्याप्त व्यवस्था के सख्त निर्देश अधिकारियों को दिये।
बैठक में पशुधन विभाग के विशेष सचिव श्री देवेन्द्र पांडे, दुग्ध विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री राम सहाय यादव, पीसीडीएफ के प्रबंध निदेशक श्री वैभव श्रीवास्तव, दुग्ध आयुक्त श्री राकेश कुमार मिश्र, पशुपालन विभाग के निदेशक, प्रशासन एवं विकास श्री योगेन्द्र पवार, निदेशक रोग नियंत्रण प्रक्षेत्र श्री राजीव सक्सेना, सीईओ एलडीवी डा0 पी0के0 सिंह, संयुक्त निदेशक श्री पी0के0 सिंह तथा डा0 राम सागर सहित अन्य वरिष्ठ विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
