लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर के गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय में भारतीय स्टेट बैंक (एस0बी0आई0) के सहयोग से स्थापित 600 एल0पी0एम0 की क्षमता के ऑक्सीजन प्लाण्ट का लोकार्पण किया। इसके अलावा, उन्होंने एस0बी0आई0 की तरफ से इस चिकित्सालय को प्रदत्त अत्याधुनिक सुविधा युक्त संजीवनी क्लीनिक ऑन व्हील तथा प्रदेश के विभिन्न जिलों में स्थित अस्पतालों के लिए पांच एम्बुलेंस को झण्डी दिखाकर रवाना किया।
मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश ऑक्सीजन की आवश्यकता एवं उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को हासिल कर चुका है। मनुष्य बिना खाए कुछ दिन जीवित रह सकता है, बिना पानी पिए भी कुछ घण्टे जीवित रह सकता है, किन्तु ऑक्सीजन के बिना जीवित रहना सम्भव नहीं है। हमारे जीवन में ऑक्सीजन का क्या महत्व है, इसका एहसास कोरोना कालखण्ड में प्रकृति ने हम सभी को करा दिया है। कोरोना कालखण्ड में प्रधानमंत्री जी का प्रयास अत्यन्त सराहनीय रहा है। पहली बार वायु सेना के विमानों से ऑक्सीजन के टैंकर आए और फिर उन टैंकरों को हॉस्पिटलों तक पहुंचाया गया। दुनिया में पहली बार ऑक्सीजन ट्रेन चलाई गई।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना से पूर्व, उत्तर प्रदेश में सिर्फ 25 ऑक्सीजन प्लाण्ट थे। अस्पतालों को अलग से लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति कराई जाती थी। कोरोना काल में ऑक्सीजन की अधिक मात्रा में आवश्यकता पड़ी। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 526 नए ऑक्सीजन प्लाण्ट स्थापित हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय में 350 से अधिक बेड हैं। यह उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा चैैरिटी हॉस्पिटल है। यह पूर्वी उत्तर प्रदेश का पहला हॉस्पिटल है, जिसमें आई0सी0यू0 व डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध करायी गई है। गरीबों को आसानी से ब्लड उपलब्ध हो सके, इसके लिए यहां ब्लड बैंक व सेपरेटर यूनिट की स्थापना की गई। गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय, अपने सेवा कार्यों से नए प्रतिमान स्थापित करते हुए जन विश्वास का प्रतीक बना है। वर्तमान में आयुष्मान भारत योजना व मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना से गरीब मरीज लाभान्वित हो रहे हैं। जब यह सुविधाएं उपलब्ध नहीं थी, तब भी इस अस्पताल ने जरूरतमन्दों को चिकित्सा सुविधा मुहैया करायी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एक्सप्रेस-वे और एयरपोर्ट बनाने में उत्तर प्रदेश मिसाल कायम कर रहा है। प्रधानमंत्री जी 340 किमी लम्बाई के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को जनता को समर्पित कर चुके हैं। प्रधानमंत्री जी द्वारा आगामी 16 जुलाई को 300 किलोमीटर की लम्बाई वाले बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण होगा। 91 किलोमीटर लम्बाई के गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। वर्ष 2023 के मध्य तक इस पर आवागमन शुरू हो जाएगा। बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण की प्रक्रिया भी तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है। मेरठ से प्रयागराज तक बनने वाला गंगा एक्सप्रेस-वे, बाद में प्रयागराज से वाराणसी तक तथा मेरठ से हरिद्वार तक विस्तारित किया जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण में एस0बी0आई0 भी वित्तीय सहयोग दे रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 के पहले तक प्रदेश में महज दो एयरपोर्ट थे। आज 09 एयरपोर्ट संचालित हैं। शीघ्र ही 05 एयरपोर्ट संचालित होने जा रहे हैं। वर्ष 2023 तक उत्तर प्रदेश, देश का ऐसा पहला राज्य होगा, जहां 05 इण्टरनेशनल एयरपोर्ट संचालित होंगे। प्रदेश में सुदृढ़ हुई कानून व्यवस्था से राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश आया है। राज्य सरकार के 100 दिन पूरे होने के पहले ही, लखनऊ में आयोजित तृतीय ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी में प्रधानमंत्री जी की उपस्थिति में 80,000 करोड रुपये के निवेश प्रस्ताव धरातल पर उतारे गए। इससे नौजवानों को बड़े पैमाने पर रोजगार मिल रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से प्रदेश की अर्थव्यवस्था नई ऊंचाई को छू रही है। सरकार ने कम खर्च पर अधिक रोजगार की सम्भावना पर जोर देते हुए सभी 75 जिलों के परम्परागत उद्यम को ‘एक जनपद, एक उत्पाद योजना (ओ0डी0ओ0पी0) के माध्यम से आगे बढ़ाया गया है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश का निर्यात 1.56 लाख करोड़ रुपये का है। इसमें ओ0डी0ओ0पी0 तथा एम0एस0एम0ई0 का बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि ओ0डी0ओ0पी0 को बढ़ावा देने के लिए इसके उत्पादों की डिजाइनिंग, पैकेजिंग, ब्राण्डिंग व मार्केटिंग पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने ‘एक जिला, एक मेडिकल कॉलेज’ की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। वर्ष 1947 से लेकर वर्ष 2017 तक उत्तर प्रदेश में सिर्फ 12 राजकीय मेडिकल कॉलेज थे। वर्ष 2017 के बाद 05 वर्षों में प्रदेश सरकार ने 35 नए मेडिकल कॉलेजों का निर्माण कराया है या करा रही है। प्रदेश में 02 एम्स बनाए गए हैं। राज्य सरकार द्वारा नर्सिंग एजुकेशन को बढ़ावा दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने न केवल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेण्ट व गरीब कल्याणकारी योजनाओं को आगे बढ़ाने में कामयाबी हासिल की है, बल्कि टूरिज्म के क्षेत्र में भी अच्छी प्रगति की है। उत्तर प्रदेश डोमेस्टिक व विदेशी पर्यटकों का पसंदीदा स्थान के साथ टूरिज्म में नंबर वन बन रहा है। श्री काशी विश्वनाथ धाम की दिव्यता या भव्यता की बात हो या भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या, भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि मथुरा-वृन्दावन का समग्र विकास, यह सभी पर्यटकों को खूब लुभा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में भगवान बुद्ध से जुड़े 06 प्रमुख स्थल हैं, यह बौद्ध सर्किट का केन्द्र बिन्दु है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान समय में देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। यह समय इस मंथन का अवसर है कि आजादी के बाद 75 वर्षों में हमने क्या पाया है और शताब्दी वर्ष को लेकर हमारे लक्ष्य क्या होंगे, उन लक्ष्यों के प्रति हम सबको मिलकर काम करना होगा। हमारा लक्ष्य आजादी के शताब्दी वर्ष में भारत को दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनाने का है।
मुख्यमंत्री जी ने गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय के लिए ऑक्सीजन प्लाण्ट देने पर भारतीय स्टेट बैंक के प्रति आभार जताते हुए कहा कि एस0बी0आई0 की सामाजिक प्रतिबद्धता सराहनीय है। 216 वर्षों से देश और अन्य देशों में वित्तीय गतिविधियों के साथ सामाजिक सरोकारों को आगे बढ़ाते हुए एस0बी0आई0 प्रतिस्पर्धा के इस युग में भी जन विश्वास का प्रतीक बना हुआ है।
इस अवसर पर एस0बी0आई0 के अध्यक्ष श्री दिनेश खारा ने कहा कि बैंक अपने सामाजिक दायित्वों को लेकर सजग रहता है। गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय में ऑक्सीजन प्लाण्ट की स्थापना हमारी सामाजिक प्रतिबद्धता की एक कड़ी है। इस सामाजिक सरोकार में मुख्यमंत्री जी का सान्निध्य मिलना सौभाग्य की बात है।
इस अवसर पर एस0बी0आई0 लखनऊ मण्डल के सी0जी0एम0 श्री अजय कुमार खन्ना, एस0बी0आई0 प्रशासनिक कार्यालय, गोरखपुर के डी0जी0एम0 श्री संजीव कुमार, गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय के निदेशक मेजर जनरल (डॉ0) अतुल बाजपेयी, चिकित्सालय सेवा समिति के व्यवस्थापक प्रो0 यू0पी0 सिंह सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।