देहरादून: न्यू कैन्ट रोड़ स्थित मुख्यमंत्री आवास पर उत्तराखण्ड अल्पसंख्यक कल्याण तथा वक्फ विकास निगम द्वारा संचालित मुख्यमंत्री हुनर योजना, मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना एवं मौलाना आजाद एजुकेशन फाईनेन्स फाउन्डेशन ब्याज मुक्त शिक्षा योजना का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के भीतर विभिन्न प्रतिभाएं छुपी है, जिनको उभारने के लिये राज्य सरकार पूरी तरह से प्रयासरत है राज्य सरकार ने खास तौर पर अल्पसंख्यकों के लिये विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है, जिससे वह अपने पैरों पर खड़े हो सके, स्वयं को आत्मनिर्भर बनाकर दूसरों को भी रोजगार प्रदान कर सके।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि जिस सोच से इन योजनाओं की शुरूआत की गई, अब लग रहा है कि ये असर अपना दिखा रही है, जिससे प्रतिभाशाली युवाओं ने इन योजनाओं का लाभ उठाना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अम्ब्रेला हुनर योजना के अन्तर्गत ऐसे लोगों को लाभान्वित करेेंगे, जो अपनी आजीविका के लिये छोटे-छोटे कामों पर निर्भर है, उनको प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाया जायेगा। इस योजना के अन्तर्गत मदरसों को भी शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं व लड़कियों को प्रशिक्षिण देने के लिये मोबाइल ट्रेनिंग योजना संचालित कर आत्मनिर्भर बनाये जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं जिन्होंने आईएएस, पीसीएस, मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की प्रारम्भिक परीक्षा उत्तीर्ण कर ली हो, उनके लिये मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना एवं मौलाना आजाद एजुकेशन फाईनेन्स फाउन्डेशन ब्याज मुक्त शिक्षा ऋण योजना के अन्तर्गत तकनीकि व व्यवसायिक शिक्षा हेतु ब्याज मुक्त ऋण वितरण की सुविधा उपलब्ध है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने इस अवसर पर पीसीएस के प्रारम्भिक परीक्षा उत्तीर्ण करने पर मोहम्मद आवेश, कुमारी खुशहाल व एमबीबीएस राजदीप बिन्द्र को प्रोत्साहन राशि प्रदान की।