नैनीताल: पहाड़ में अपने हुनर का अच्छा उपयोग करके यहां के स्थानीय उत्पादों से नमक बनाकर देश ही नहीं, विदेशों में भी काकड़ीघाट का ‘पिसी नूण’ (सिलबट्टे का पिसा हुआ नमक) मांग हो गई है।
काकड़ीघाट के पर्यटक सूचना केंद्र के भवन को किराए पर लेकर दस दिसंबर 2012 से इसकी शुरुआत करने वाली दीपा खनायत निवासी नौगांव (अल्मोड़ा) बताती हैं कि शुरू में उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा।
दो साल तक पहाड़ी नूण (पिसी नूण) बनाने के लिए मसाले आदि गांवों में जाकर खरीदने पड़ते थे। इसके बाद नमक की पिसाई के साथ ही अन्य दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा। लेकिन, हिम्मत नहीं हारी और काम जारी रखा।
इस पिसी नूण की है मांग