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काॅवड यात्रा के सम्बन्ध में सुरक्षा-व्यवस्था हेतु दिये गये निर्देश: पुलिस महानिदेशक

उत्तर प्रदेश

लखनऊ: प्रमुख सचिव गृह, उ0प्र0 एवं पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा काॅवड यात्रा के दौरान प्रभावी एवं सृदृढ़ बनाया रखने हेतु जनपद मेरठ एवं वाराणसी में समीक्षा/समन्वय बैठक की जा रही है।

पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा समस्त वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक, प्रभारी जनपद, उ0प्र0 को श्रावण में आयोजित होने वाली कांवड़ यात्रा के संबंध में विभिन्न एजेन्सियों/विभागों/ मण्ड़लायुक्तों व जिलाधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए निम्नानुसार प्रभावी एवं सुदृढ़ व्यवस्था कराने के निर्देश दिये गये हैं, जिनके निम्न बिन्दु निम्नवत हैंः-

इस वर्ष दिनांक 28-07-2018 से श्रावण मास प्रारम्भ हो रहा है। श्रावण मास में दिनांक 30-07-2018, 06-08-2018, 13-08-2018 व 20-08-2018 सोमवार पडे़गा तथा इस मास का मुख्य पर्व श्रावण शिवरात्रि दिनांक 09-08-2018 को मनाया जायेेगा।
नदियों के घाटों/जलाशयों पर व्यवस्था।

  • नदियों के घाटों/जलाशयों, जहाॅं से काॅंवड़िये/श्रद्धालु जल लेते हैं, अथवा स्नान करते हैं, पर बैरीकेडिंग कर पर्याप्त प्रकाश व गोताखोरों की व्यवस्था की जाये तथा गहरे पानी की पट्टिका का अंकन एवं पीएसी की फ्लड टुकड़ी/जल पुलिस की यथावश्यक नियुक्ति की जाये।
  •  नदियों के ऐसे घाटों, जहाॅं वर्षा आदि के कारण फिसलन हो अथवा कटान हो रहा हो, वहाॅं से जल लेने एवं स्नान करने पर रोक लगायी जाये।

काॅंवड़िये के आवागमन के मार्गों पर व्यवस्था।

  • मार्गों पर थोड़ी-थोड़ी दूर पर पुलिस पिकेट/गश्त की व्यवस्था की जाये।
  • काॅंवर मार्ग पर क्रेन/एम्बुलेंस आदि की पर्याप्त व्यवस्था रखी जायेे।
  • काॅंवड़-मार्ग पर अनावश्यक झाड़िया आदि न हो। सम्बन्धित विभाग से समन्वय स्थापित कर आवश्यकतानुसार छंटाई, सफाई किया जाना आवश्यक है।
  • सभी मार्गों पर नियमित विद्युत-आपूर्ति के जरिए समुचित प्रकाश-व्यवस्था कराया जाये। इस हेतु जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर लिया जाये।
  • कांवड़ियों के मार्ग वाली सड़कों की मरम्मत पर विशेष ध्यान दिया जाये।
  • डाक कांवर श्रेणी के कांवड़ियों को पहले पहुॅंचने की जल्दी में कोई दुर्घटना न होने पाये, पर विशेष सतर्कता बरती जायेे तथा यातायात प्रबंधन पर विशेष प्राथमिकता दी जाये।

काॅंवड़िये के शिविरों/कैम्पों पर व्यवस्था

  • कांवड़ियों को रास्ते में भोजन/पानी उपलब्ध कराने वाले शिविरों के प्रबन्धकों से समन्वय स्थापित कर सुरक्षा के दृष्टिकोण से शिविरों की एन्टी सेबोटाॅज चेकिंग भी करा ली जाये।
  • श्रद्धालुओं के द्वारा पूजा-अर्चना, विश्राम व भोजन आदि के समय मार्गो के किनारे लगाये गये शिविरों से यातायात प्रभावित होने/दुर्घटना होने की सम्भावना के प्रति सतर्कता बरती जाये।

शिव मन्दिरों पर व्यवस्था

  • शिव मन्दिरों में श्रद्धालुओं/काॅवाड़िये द्वारा पूजा-अर्चना/जलाभिषेक/ परिक्र्रमा के दौरान समुचित सुरक्षा व्यवस्था एवं पुलिस बन्दोबस्त किया जाये। मन्दिर परिसर की एन्टी सेबोटाॅज चेकिंग भी की जाये।
  • भगदड़/ैजंउचमकम जैसी आपातकालीन परिस्थितियों के परिप्रेक्ष्य में मौकड्रिल एवं रिहर्सल कर लिया जाये।
  • मंदिर प्रबन्धन कमेटी तथा अन्य आयोजकों के साथ समन्वय स्थापित किया जाये।
  • जेबकतरी, चैन स्नैचिंग, महिलाओं से छेड़खानी जैसे अपराधों पर विशेष सतर्कता बरती जाये।

यातायात प्रबन्धन

  • मार्ग सुरक्षा हेतु जोन, सेक्टर, सब सेक्टर में विभाजित करते हुये प्रभावी पिकेट/गश्त एवं अन्य पुलिस व्यवस्था की जाये। इसके लिये राजपत्रित अधिकारियों, थाना प्रभारियों व चैकी प्रभारियों का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाये।
  • हल्के वाहनों की पर्याप्त व्यवस्था करके संवेदनशील मार्गों पर मोबाइल गश्त व्यवस्था की जाये।
  • रेलवे अधिकारियों सेे समन्वय स्थापित कर यह सुनिश्चित कर लिया जायेे कि रेलों की छतों पर बैठकर यात्री किसी भी दशा में यात्रा न करें।
  • रेलगाड़ियों/यात्रियों के प्रसंग में सुरक्षा व्यवस्थायें की जाये।

अन्य व्यवस्थायें

  • महिला कांवड़ियों की सुरक्षा हेतु महिला पुलिस का प्रबन्ध किया जाये।
  • किसी-किसी क्षेत्र में विशेष परिस्थितियों के दृष्टिगत दंगा निरोधक उपकरण/बीडीडीएस/क्रे्रन/एम्बुलेंस/अग्निशमन वाहन एवं उपकरण तथा अस्पताल आदि प्रत्येक समय तैयारी की स्थिति में रखे जायें।
  • विभिन्न एजेन्सियों तथा पुलिस विभाग के मध्य टेलीफोन/मोबाइल/ सी0यू0जी0/ वायरलेस सेट इत्यादि से सम्पे्रषण व्यवस्था पूर्व से कर लिया जाये।
  • सोशल मीडिया पर लगातार सतर्क दृष्टि बनायी रखी जायेे तथा मीडिया प्रबन्धन तथा सूचना प्रसारण की व्यवस्था भी प्रत्येक स्तर पर सुचारू रूप से की जाये तथा अफवाहों का तत्काल खण्डन किया जाये।
  • पड़ोसी राज्यों के सीमावर्ती जनपदों में प्रभावी चेकिंग तथा रूट डायवर्जन के संबंध में परस्पर समन्वय स्थापित कर कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
  • समय से सभी सम्बंधित विभागों के साथ समन्वय कर, जनता के लोगों के साथ भी थाना एवं सक्षम स्तर पर बैठक कर सुदृढ़ व्यवस्था की जाये।

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