लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग ने आज इलेक्ट्रानिक मीडिया/प्रिन्ट मीडिया में प्रसारित/प्रकाशित महिला उत्पीड़न संबंधी घटनाओं का स्वतः संज्ञान लेते हुए संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से टेलीफोन पर वार्ता कर घटना की जानकारी हासिल की। साथ ही, संबंधित पुलिस अधिकारियों को पत्र लिख कर कहा है कि महिला उत्पीड़न की घटना की निष्पक्ष जांच कर पीड़िता को समुचित न्याय दिलाया जाना सुनिश्चित करें।
आयोग ने आज जिन घटनाओं का स्वतः संज्ञान लिया उनमें बहराइच की ‘महिला से सामूहिक दुष्कर्म’, बरेली की ‘नशेड़ी पति ने पत्नी को बेचा, बेटी को भी बेचने का प्रयास’, मेरठ की ‘एक ही परिवार के सात लोगोें पर तेजाब फेंकने से सनसनी’, शाहजहांपुर की ‘बंधक बनाकर तीन दिन तक महिला से दुष्कर्म’, लखनऊ की ‘इमरजेंसी से डाक्टर ने गर्भवती को भगाया’ तथा शाहजहाँपुर की ‘चलती गाड़ी में किशोरी से गैंगरेप, हाइवे पर फेंका’ जैसी घटनायें शामिल हैं।