33 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने विश्व पर्यटन दिवस पर नई दिल्ली में राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार 2017-18 प्रदान किए

देश-विदेश

नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार 2017-18 प्रदान किए। विभिन्न श्रेणियों के अंतर्गत कुल 76 पुरस्कार प्रदान किए गए। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रहलाद सिंह पटेल, संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडबल्यूटीओ) के महासचिव श्री ज़ुराब पोलोलिकाशविली, पैराग्वे की पर्यटन मंत्री सुश्री सोफिया मोंतीएल दे अफारा, पर्यटन सचिव श्री योगेन्द्र त्रिपाठी; पर्यटन महानिदेशक श्रीमती मीनाक्षी शर्मा, पर्यटन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और 82 अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि इस अवसर पर उपस्थित थे।

इस मौके पर बोलते हुए उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने पर्यटन उद्योग के सभी हितधारकों से अनुरोध किया कि वे अपने इकोलॉजिकल फुटप्रिंट यानी पारिस्थितिक पदचिन्ह को लेकर विशेष रूप से सावधान रहें और उन्होंने अधिक जिम्मेदार एवं स्थायी पर्यटन प्रथाओं का आह्वान किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए सुझाव के अनुसार उपराष्ट्रपति महोदय ने लोगों और खासकर युवाओं से आग्रह किया कि वो घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 2022 तक भारत के कम से कम 15 पर्यटन स्थलों का दौरा करें। श्री नायडू ने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे भारत की संस्कृति, विरासत, भाषाओं और व्यंजनों के विभिन्न पहलुओं के बारे में सीखने के लिए और देश के अद्वितीय सांस्कृतिक इंद्रधनुष के बारे में अपनी समझ को बढ़ाने के लिए ‘भारत दर्शन’ पर निकलें। उपराष्ट्रपति ने चिकित्सा पर्यटन के क्षेत्र में भारत की जबरदस्त क्षमता को भी रेखांकित किया और कहा कि भारत को आयुर्वेद और योग जैसे उपचारों की प्राचीन प्रथाओं का लाभ उठाना चाहिए ताकि समग्र कल्याण चाहने वाले अधिक से अधिक पर्यटकों को यहां आकर्षित किया जा सके।

उपराष्ट्रपति का पूरा भाषण सुनने के लिए कृपया इस लिंक पर क्लिक करें:

केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडबल्यूटीओ) द्वारा भारत को विश्व पर्यटन दिवस 2019 के उत्सव के लिए मेजबान देश के तौर पर चुनने पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और कहा कि हम ‘अतिथिदेवो भव:’ में यकीन करते हैं और इसीलिए हमारे पर्यटक हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार लगातार पर्यटकों के अनुकूल निर्णय ले रही है जैसे कि ई-टूरिस्ट वीज़ा शुल्क में कमी, एक विस्तारित ई-टूरिस्ट वीज़ा उपलब्ध कराना, होटल की दरों पर जीएसटी में कटौती। ये हाल ही लिए गए कुछ महत्वपूर्ण निर्णय हैं जो देश में पर्यटन को बढ़ावा देने में एक लंबा रास्ता तय करेंगे।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र राजस्व पैदा करने वाला क्षेत्र है। लेकिन राजस्व के अलावा हम इस धारणा को बदलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में विश्व यात्रा और प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक में भारत ने अपने स्थान में बहुत शानदार सुधार किया है जो 2013 में जहां 65वें स्थान पर था, वहीं 2019 में 34वें स्थान पर आ गया। इसका श्रेय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को जाता है जिन्होंने देश के ब्रांड एंबेसेडर के तौर पर भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक ब्रांड के रूप में गर्व से पेश किया है।

विभिन्न श्रेणियों में 76वें पुरस्कारों की जानकारी पाने के लिए कृपया इस लिंक पर क्लिक करें :

बाद में मीडिया को जानकारी देते हुए पर्यटन मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल और संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडबल्यूटीओ) के महासचिव श्री ज़ुराब पोलोलिकाशविली ने बताया कि यूएनडब्ल्यूटीओ की ऑनलाइन अकादमी अपने अकादमी पोर्टल पर पर्यटन से संबंधित पाठ्यक्रम हिंदी में भी उपलब्ध कराएगी। केंद्रीय मंत्री ने भारत के लिए पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयासों हेतु यूएनडब्ल्यूटीओ को धन्यवाद दिया। पर्यटन मंत्री ने घोषणा की कि अगले साल से पर्यटन पुरस्कारों में एक नई विशेष श्रेणी शामिल होगी जिसमें असाधारण कार्यों का प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा जैसे कि जीवन पर खतरे की स्थिति में किसी पर्यटक की जान बचाने का कार्य।

श्री ज़ुराब पोलोलिकाशविली ने कहा कि भारत एक तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है और स्वयं में ज़रूरी सुधार कर रही है, ऐसे सुधार जिनसे पर्यटन क्षेत्र को बहुत सारे अवसर प्राप्त होते हैं। यही कारण है कि ज्यादा लोगों को जल्दी से शिक्षित और प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है और यूएनडबल्यूटीओ पर्यटन से संबंधित अवसरों के लिए भारत के साथ सहयोग करके प्रसन्न है।

केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रहलाद सिंह पटेल और पैराग्वे की पर्यटन मंत्री सुश्री सोफिया मोंतीएल दे अफारा ने भी आयोजन के बाद पर्यटन सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए।

इस अवसर पर यूएनडबल्यूटीओ द्वारा भारत में अपने संबद्ध सदस्य आउटलुक रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म इनिशिएटिव के सहयोग से ‘भविष्य के पर्यटन रोजगार’ विषय पर एक कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला का आयोजन भारत में पर्यटन सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) और सामाजिक उद्यमियों को एक मंच प्रदान करने के लिए किया गया था ताकि यह पता लगाया जा सके कि कैसे भविष्य के पर्यटन रुझानों में समायोजित हुआ जाए, अपनी गतिविधियों और पर्यटन प्रथाओं को व्यवस्थित किया जाए और अपने समुदायों में अधिक रोजगार के अवसर पैदा किए जाएं।

‘ज्यादा और बेहतर नौकरियां पैदा करने की पर्यटन की संभावना को अधिकतम करना’ इस विषय पर एक पैनल चर्चा आयोजित की गई और साथ ही यूएनडब्ल्यूटीओ द्वारा ‘भविष्य अभी है – यूएनडबल्यूटीओ ऑनलाइन एकेडमी’ पर एक प्रस्तुति भी दी गई।

भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय हर साल यात्रा, पर्यटन और आतिथ्य उद्योग के विभिन्न क्षेत्रों में राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार प्रदान करता है। ये पुरस्कार राज्य सरकारों / केंद्र शासित प्रदेशों, वर्गीकृत होटलों, विरासत होटलों, अनुमोदित ट्रैवल एजेंटों, टूर ऑपरेटरों, पर्यटक परिवहन ऑपरेटरों, व्यक्तियों और अन्य निजी संगठनों को संबंधित क्षेत्रों में उनके प्रदर्शन को मान्यता देने के लिए प्रदान किए जाते हैं। राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार पिछले कुछ वर्षों में यात्रा, पर्यटन और आतिथ्य के क्षेत्रों में उपलब्धियों को मिलने वाली एक प्रतिष्ठित मान्यता के रूप में उभरे हैं।

Related posts

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More