देहरादून: प्रदेश के चिकित्सा, स्वास्थ्य, आयुष, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, अर्द्ध सैनिक कल्याण, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री उत्तराखण्ड सरकार सुरेन्द्र सिंह नेगी ने आज विधान सभा स्थित सभा भवन में पी0पी0पी0 मोड़ के अन्तर्गत संचालित की जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा बैठक के साथ-साथ स्वास्थ्य बीमा योजना की समीक्षा बैठक ली।
बैठक में उन्होंने पी0पी0पी0 मोड़ के अन्तर्गत संचालन कर रहे डाॅक्टर एंव प्रदेश के जनपदों में कार्यरत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के डाॅक्टरों से कहा कि मरीज को बचाना डाॅक्टर की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। व्यवहारिकता के साथ डाॅक्टर इस कार्य को करें।
स्वास्थ्य सुविधायें जो सी0एच0सी0(सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र) पर पी0पी0पी0 मोड़ के अन्तर्गत चलाई जा रही है, उससे प्रदेश के मुख्यमंत्री ज्यादा खुश नहीं हैं। जिस पर उन्होंने पुनः विचार के लिए कहा है पर्वतीय क्षेत्र के लोग उक्त सेवा को पी0पी0पी0 मोड़ पर पसन्द नही कर रहे हैं। उन्होंने पी0पी0पी0 मोड़ के संचालकों से इस पर 25 प्रतिशत अभिवृद्धि करने के लिये कहा इसके साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के निरीक्षण के निर्देश दिये और सी0एम0ओ0 को निर्देश दिये कि जनपद की सम्बन्धित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के डाॅक्टर को रोटेड न करें एक तारीख मे डाॅक्टर एक ही जगह कार्य करते हुए दिखने चाहिए इसकी रिपोर्ट प्रति 10 दिन के अन्दर मुख्यालय प्रेषित किया जाये।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर जहाॅं अल्ट्रा साउण्ड व एक्सरे मशीनों की आवश्यकता है। वहाॅं तुरन्त मुहैया करवाई जायें। उन्होंने कहा कि यात्रा सीजन को गम्भीरता से लेते हुए प्राथमिकता पर कार्य करें। जो पैसा पी0पी0पी0 मोड़ पर स्वास्थ्य सुविधाऐं हेतु दिया जा रहा है। उस पैसे का सही इस्तेमाल करते हुए बेहतर ढंग से स्वास्थ्य सुविधाऐं प्रदान करायी जायें।
उन्होंने पी0पी0पी0 मोड़ के संचालन कत्र्ताओं को आगह करते हुए कहा कि हमें प्रदेश की सी0एच0सी0 स्वास्थ्य सेवाऐं चाहिए जिसका सरकार द्वारा भुगतान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में 12 डाॅक्टरों की अपेक्षा 6 डाॅक्टर ऐसे हों जिनसे कार्य किया जा सके। तथा वे 25 दिन क्षेत्र में काम करें।
बैठक में उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के निदेशालय के अधिकारियों से कहा कि पी0पी0पी0 मोड़ के अन्तर्गत कार्यरत डाॅक्टरों की तंख्वाह एवं अन्य भुगतान समय से दें। तथा प्रक्रियाओं को ठीक प्रकार से करने का प्रयत्न करें जिससे इनके द्वारा समय से लोगों को स्वास्थ्य लाभ मिल सके। व्यवस्थाओं को चलाना सरकार की जिम्मेदारी है। बैठक में उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में समुचित सफाई व्यवस्था के साथ-साथ ओ.पी.डी. बढ़ाने के निर्देश दिये। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एनीथीसीया डाॅक्टर व सर्जिकल डाॅ0 की व्यवस्था करने के निर्देश दिये जिससे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में सर्जरी हो सके। चैबुटिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में सर्वोच्च प्राथमिकता पर जनरेटर लगवाने के निर्देश दिये। उन्होंने संविदा डाॅक्टर डिस्टर्ब नहीं होना चाहिए। एक सप्ताह के अन्दर संविदा डाॅक्टर की रिपोर्ट के निर्देश देते हुए कहा कि ताकि तन्ख्वाह प्राथमिकता पर समय से दिलवाने के निर्देश मा0 मंत्री जी ने दिये तथा उनकी प्रत्येक माह तन्ख्वाह प्राथमिकता से समय पर दिलाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि लापरवाही किसी भी दशा में बर्दास्त नहीं की जायेगी उन्होंने सहभागिता से कार्य करने के निर्देश दिये। पी0पी0पी0 मोड़ के अन्तर्गत कार्यरत डाॅक्टर को टी.डी.एस. प्रमाण पत्र देने के निर्देश मा0 मंत्री जी ने दिये। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में स्पेशलिस्ट डाॅ0 प्रत्येक दशा में 10 मई तक आने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी प्रदेश की सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रगति के साथ डाॅक्टरों की उपलब्धता के निर्देश दिये। ऐसा न करने की दशा में 31 मई, 2015 को पी0पी0पी0मोड़ पर संचालित हो रही स्वास्थ्य सुविधाओं पर गहनता से विचार करने के लिए बाध्य होना होगा।
बैठक में उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि प्रदेश में मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा स्वास्थ्य बीमा योजना अभी हाल ही में लागू की गयी है, परन्तु चिकित्सालयों में कार्यरत डाॅक्टर योजना का लाभ लाभन्वित को नहीं दिला पा रहे हैं जिस पर उनके द्वारा कड़ी नाराजगी व्यक्त की गयी।
उन्होंने कहा कि जो मरीज चिकित्सा स्वास्थ्य हेतु चिकित्सालायों में जा रहे हैं। और जो पात्र व्यक्ति हैं उनको उक्त योजना का लाभ अवश्य मिलना चाहिए। उन्होंने प्रदेश के सरकारी अस्पताल में कार्यरत डाॅक्टरों से अपील करते हुए बैठक में कहा कि प्रत्येक डाॅक्टर की टेबल पर इम्पैनलेमैन्ट चिकित्सालयों की सूची होनी चाहिए तथा प्रत्यके डाॅक्टर को स्वास्थ्य बीमा योजना की सम्पूर्ण जानकारी होनी चाहिए। जिससे वह सम्बन्धित मरीज को व्यवहारिकता के साथ यह अवगत करायें कि आप सामुदायिक बीमा योजना से आच्छादित हो रहे है। तथा आपका उक्त ईलाज सम्बन्धित इम्पैनलेमैन्ट चिकित्सालय से होगा यह उस मरीज के प्रति डाक्टर का एक उपकार का कार्य होगा।
बैठक में अपर सचिव स्वास्थ्य, भीम राम टम्टा, संयुक्त सचिव अत्तर सिंह, सी0एम0ओ0, सी0एम0एस0 के अतिरिक्त सी0एच0एस0 एवं पी0एस0सी0 के प्रभारी डाॅक्टरों के साथ पी0पी0पी0 मोड़ के संचालन करता मौजूद थे।