वॉशिंगटन: अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टॉफ के चेयरमैन, जनरल जोसेफ डनफोर्ड्स के इस्लामाबाद में रुकने के एक दिन बाद पेंटागन ने कहा है कि अमेरिका सभी आतंकी समूहों को अंधाधुंध तरीके से निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान पर दबाव जारी रखेगा. पेंटागन के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल कोन फॉकनर ने द न्यूज इंटरनेशनल को सोमवार को बताया, “क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा को खतरा पहुंचाने वाले सभी आतंकी समूहों को हराने की अपनी साझा प्रतिबद्धता के आधार पर हम जनवरी से लगातार उच्चस्तर के पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों से मुलाकात कर रहे हैं.”
उन्होंने कहा, “हम हक्कानी नेटवर्क समेत सभी आतंकी समूहों को अंधाधुंध तरीके से निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान पर दबाव डालना जारी रखेंगे और हम पाकिस्तान से तालिबान नेतृत्व को गिरफ्तार करने, उसे खदेड़ने और बातचीत की मेज पर लाने का भी आह्वान करते रहेंगे.” पेंटागन के अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया, “
पाकिस्तान को सुरक्षा सहायता रद्द करने की घोषणा जनवरी 2018 में की गई थी. सीएसएफ का निलंबन की सूची में शामिल है और यह बरकरार रहेगा.” न्यूज इंटरनेशनल की रपट के मुताबिक, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2018 की शुरुआत में पाकिस्तान को दी जाने वाली सभी सुरक्षा सहायता रद्द कर दी थी और अरोप लगाया था कि इस्लामाबाद ने आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई के अपने वादे को पूरा नहीं किया है.
पाकिस्तान सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने सोमवार को देश के प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात की और पांच सितंबर को अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ के इस्लामाबाद की यात्रा से पहले उन्होंने प्रधानमंत्री के साथ सुरक्षा से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की.
बाजवा ने 27 अगस्त को पहली बार प्रधानमंत्री खान से औपाचारिक मुलाकात की थी और क्षेत्र में दीर्घकालिक शांति एवं स्थिरता सुनिश्चित करने के प्रयासों पर चर्चा की थी. प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोमवार की बैठक के बारे में एक बयान में कहा, ‘‘सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा हुई. ’’
बैठक के समय को देखते हुए यह काफी महत्वपूर्ण प्रतीत होता है क्योंकि पोम्पिओ की पाकिस्तान की यात्रा प्रस्तावित है. बहरहाल पोम्पिओ की यात्रा से पहले अमेरिका-पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ चुका है.
इनपुट आईएएनएस से भी