35 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

उत्तराखण्ड के राज्य आय के अग्रिम अनुमान (वर्ष 2015-16)

उत्तराखंड

देहरादून: राज्य आय अनुमान मुख्य रूप से वित्तीय वर्ष में राज्य में उत्पादित कुल वस्तुओं एवं सेवाओं का सकल मूल्य होता है। इसका आंकलन आधार वर्ष (जिसके सापेक्ष वृद्धि/विकास परिलक्षित हो सके), तत्पश्चात्, इसी आधार वर्ष के आधार पर आगामी वर्षों में आगणित किया जाता है। इस तरह 4 प्रकार के अनुमान तैयार किये जाते है।
1- सकल घरेलू उत्पाद (स्थिर दर पर) – GSDP at Constant Prices
2- सकल घरेलू उत्पाद (चालू दर पर) – GSDP at Current Prices
3- निवल घरेलू उत्पाद (स्थिर दर पर) – NSDP at Constant Prices
4- निवल घरेलू उत्पाद (चालू दर पर) – NSDP at Current Prices

उपरोक्त 4 अनुमानों पर आधारित निम्न 2 संकेतक अत्यन्त महत्वपूर्ण हैः-
5- प्रति व्यक्ति आय (Per Capita Income) – यह प्रति व्यक्ति संदर्भित वर्ष का चालू दर पर निवल घरेलू उत्पाद होता है।
6- वृद्धि/विकास दर (Growth Rate) – यह गत वर्ष के सापेक्ष संदर्भित वर्ष का सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि होती है, जो वास्तविक उत्पादकता में वृद्धि को परिलक्षित करती है। इस प्रकार यह आधार वर्ष के भावों पर आगणित की जाती है।
राज्य में उक्त अनुमानों को तैयार करने का कार्य अर्थ एवं संख्या निदेशालय, नियोजन विभाग द्वारा किया जाता है। निदेशालय द्वारा 19, फरवरी 2016 को नवीन आधार वर्ष 2011-12 के आधार पर पहली बार तैयार श्रृंखला तथा वर्ष 2015-16 के अग्रिम अनुमानों के आँकड़े जारी किये गये थे। 16-20 मई, 2016 को केन्द्रीय सांख्यिकीय कार्यालय, भारत सरकार, नई दिल्ली तथा निदेशालय के अधिकारियों के बीच हुई परिचर्चा के उपरान्त उक्त आँकड़ों में वर्ष 2011-12 से 2013-14 तक के आँकड़ों को अन्तिम तथा वर्ष 2014-15 के आँकड़े त्वरित तथा वर्ष 2015-16 के आँकड़े अग्रिम हैं। यह अनुमान मूलतः भारत सरकार के सांख्यिकीय मंत्रालय द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में कराये गये नवीन सर्वेक्षण, अध्ययन एवं सूचकांक के आधार पर आंगणित किया जाता है। राज्य सरकार के कृषि निदेशालय द्वारा उपलब्ध कराये गये कृषि आंकड़ें, बजट निदेशालय (वित विभाग), उत्तराखण्ड द्वारा उपलब्ध कराये गये राज्य के बजट विश्लेषण, निगमित व अनिगमित क्षेत्रों व अन्य सरकारी तथा निजी क्षेत्रों से उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर अनुमानित किये गये हैं। अनुमानों का संक्षिप्त विवरण निम्नानुसार हैः-
1- नये आधार वर्ष (2011-12) पर आधारित अनुमान
आधार वर्ष (2011-12) के मूल्यों (स्थायी भावों) पर सकल (ळतवेे) राज्य घरेलू उत्पाद के अग्रिम अनुमान वर्ष 2015-16 में 153041 करोड़ रूपये तथा वर्ष 2014-15 (त्वरित अनुमान) में 140790 करोड़ रूपये अनुमानित किये गये हैं। वर्ष 2015-16 में राज्य की आर्थिक विकास दर 8.70 प्रतिशत रहने की सम्भावना है, जो वर्ष 2014-15 (त्वरित अनुमान) में 5.00 प्रतिशत अनुमानित है।
केन्द्र द्वारा 31 मई, 2016 को जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 2015-16 में देश की आर्थिक विकास दर 7.6 प्रतिशत रहने की सम्भावना प्रदर्शित की गयी है, जो वर्ष 2014-15 (पुनरीक्षित अनुमान) में 7.2 प्रतिशत अनुमानित है।
राज्य में कृषि तथा संबंधित क्षेत्र में वर्ष 2015-16 में विकास दर 4.21 प्रतिशत, औद्योगिक क्षेत्र की विकास दर 6.83 प्रतिशत तथा सेवा क्षेत्र की विकास दर 11.77 प्रतिशत रहने की सम्भावना परिलक्षित हुयी है।
2- चालू भावों पर अनुमान
चालू भावों पर राज्य के सकल घरेलू उत्पाद के आय के अग्रिम अनुमान वर्ष 2015-16 में 184091 करोड़ रूपये तथा वर्ष 2014-15 (त्वरित अनुमान) में 161985 करोड़ रूपये अनुमानित किये गये हंै। चालू भावों पर वर्ष 2015-16 में निवल (छमज) राज्य अनुमान 162167 करोड़ रूपये रहने की सम्भावना है, जो वर्ष 2014-15 में 142628 करोड़ रूपये अनुमानित है।
3- प्रति व्यक्ति आय
वर्ष 2015-16 में राज्य की प्रति व्यक्ति आय 151219 रूपये अनुमानित की गई है, जबकि वर्ष 2014-15 (त्वरित अनुमान) के लिये यह 134784 रूपये अनुमानित हुई है।

भारत तथा उत्तराखण्ड का तुलनात्मक विवरण
मद भारत उत्तराखण्ड
आधार वर्ष (2011-12) आधार वर्ष (2011-12)
2014-15 2015-16 2014-15 2015-16
आर्थिक विकास दर (प्रतिशत में) 7.2 7.6 5 8.7
प्रति व्यक्ति आय (रूपये में) 86,879 93,293 1,34,784 1,51,219

Related posts

Leave a Comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More