नई दिल्ली: देश में रेलवे का जन्म आज ही के दिन हुआ था। देश की जीवनरेखा और परिवहन के लिए संभवत: सर्वाधिक पसंदीदा साधन भारतीय रेलवे ने आज देश में अपनी सेवा के 162 साल पूरे कर लिए। आज ही के दिन 1853 में देश में पहली यात्री ट्रेन बंबई और ठाणे के बीच चली थी, जिसे रेलवे के जन्म के तौर पर याद किया जाता है।
ग्रेट इंडियन पेनिससुला रेलवे (जीआईपीआर) द्वारा निर्मित ट्रेन को साहिब, सिंध और सुल्तान नाम के तीन इंजनों की सहायता से खींचा गया था। इस ट्रेन ने 57 मिनट में 21 मील की दूरी तय की थी। रेल मंत्रालय ने आज सोशल मीडिया पर पुरानी, ऎतिहासिक और भावपूर्ण तस्वीरों को साझा कर इस अवसर को याद किया, जिसमें लिखा है-“भारतीय रेलवे के 162 साल..।”
लेकिन, बदलते परिवेश के अंदर देशभर में रेल ने अपना जाल बिछा रखा है। रेलवे लगातार प्रगति की ओर अग्रसर है। यात्रियों को सुविधाएं देने के लिहाज से रेलवे ने बहुत कुछ किया है। लेकिन, इस दिन को कैसे भूला जा सकता है कि जब पहली बार देश में टे्रन चली थी।
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