नई दिल्ली: कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय ने राष्ट्रीय कौशल विश्वविद्यालयों की स्थापना की प्रक्रिया आरम्भ की है।
इन विश्वविद्यालयों की परिकल्पना व्यवसायिक कौशलों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त डिग्रियां और प्रमाणन उपलब्ध कराने, आकलन प्रक्रियाएं बनाने और उनका संचालन करने, समानान्तर अकादमिक गतिशीलता उपलब्ध कराने के लिए विशेष रूप से निर्मित व्यवसायिक पाठ्यक्रम (एसएससी सहित)डिजाइन करने, शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों की पेशकश करने और कौशलों के संदर्भ में अनुसंधान कराने के लिए की गई है। विश्वविद्यालय का उचित मॉडल तैयार करने, व्यापक सिफारिशे प्रदान करने और राष्ट्रीय कौशल विश्वविद्यालय संबंधी कानून का मसौदा तैयार करने के लिए 31 मार्च, 2015 से जेएस, एसडीई द्वारा संचालित कार्यसमूह की स्थापना की गई है। राष्ट्रीय कौशल विश्वविद्यालयों की स्थापना संबंधी विधेयक का मसौदा, उसका दृष्टिकोण पत्र और कार्य समूह की रिपोर्ट तैयार कर ली गई है और उसे कैबिनेट को भेजने से पहले उसकी आंतरिक समीक्षा की जा रही है।