हरिद्वार/देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मेला नियन्त्रण भवन हरिद्वार में कैबिनेट बैठक संपन्न होने के बाद अर्द्धकुम्भ-2016 के संबंध में कैबिनेट मंत्रियों व उच्चाधिकारियों के साथ समीक्षा की।
बैठक में मेलाधिकारी एस.मुरूगेशन ने अर्द्धकुम्भ-2016 की व्यवस्थाओं से संबंधित प्रस्तुतीकरण दिया गया। मुख्यमंत्री श्री रावत व कैबिनेट के सभी मन्त्रीगणों द्वारा अर्द्धकुम्भ मेले से सम्बंधित व्यवस्थाओं हेतु किये जा रहे कार्यो के प्रति सन्तोष व्यक्त किया।
बैठक में ऋषिकेश व हरिद्वार के नालों के त्वरित ट्रीटमेंट हेतु 7 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई। मुख्यमंत्री श्री रावत ने विभागवार किये जा रहे कार्यो की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि लोक निर्माण विभाग व सिंचाई विभाग सड़कों व पुलों के निर्माण आगामी दिसम्बर, 2015 तक करना सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने निर्देश दिए कि अर्द्धकुम्भ मेले में जो भी अस्थाई प्रकृतिक कार्य होने हंै, उनके प्रस्तावों पर 15 जून तक निर्णय ले लिया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए की स्थाई प्रकृति के कार्यों पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि उनका लाभ स्थाई रूप से मिल सकें। उन्होंने प्रकाश व्यवस्था, सफाई व स्वास्थय के प्रति भी विशेष सर्तकता बरतने के निर्देेश दिये और नगरीय प्रकाश व्यवस्था के लिए नगर निगम हरिद्वार को अपेक्षित धनराशि उपलब्ध कराने को कहा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने बैठक के बाद हर की पैड़ी का स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।
बैठक में कैबिनेट मंत्री डाॅ0 श्रीमती इन्दिरा ह्दयेश, यशपाल आर्य, सुरेन्द्र सिंह नेगी, डाॅ. हरक सिंह रावत, प्रीतम सिंह, दिनेश अग्रवाल, मंत्री प्रसाद नैथानी, प्रीतम सिंह पंवार, दिनेश धनै, मुख्य सचिव एन रवि शंकर, अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव ओम प्रकाश, डाॅ रणवीर सिंह, मनीषा पंवार, सचिव अमित नेगी, डी.एस.गब्र्याल, एमसी जोशी, आनन्द वर्धन व विनोद शर्मा आदि उपस्थित थे।