नई दिल्ली: जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में नारेबाजी मामले में जेएनयूएसयू के महासचिव और एक
पूर्व महासचिव को भी नोटिस देकर जवाब तलब किया गया है।
विश्वविद्यालय की आंतरिक कमेटी ने जेएनयूएसयू के महासचिव रामा नागा और पूर्व महासचिव चिंटू कुमारी को कारण बताओ नोटिस भेजा है इन दोनों को कल तक जवाब देने का कहा गया है जेएनयू की एक उच्चस्तरीय समिति ने कथित रूप से राष्ट्रविरोधी नारेबाजी मामले में छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार समेत पांच छात्रों को निकालने की सिफारिश की है।
समिति ने पिछले महीने आतंकी अफजल गुरु को लेकर आयोजित कार्यक्रम में कथित भूमिका को लेकर कन्हैया कुमार, उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य और दो अन्य को निकालने बात कही है समिति की सिफारिश पर फैसला सुझावों पर पूरी जांच के बाद कुलपति एम. जगदीश कुमार और मुख्य प्रॉक्टर ए. डिमरी द्वारा किया जाएगा।
कुलपति की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय के शीर्ष अधिकारियों की बैठक में सोमवार को इस रिपोर्ट पर चर्चा हुई, जिसके बाद कन्हैया और उमर सहित 21 छात्रों को कारण बताओ नोटिस भेजा गया सभी छात्र विश्वविद्यालय नियम एवं अनुशासन के उल्लंघन के दोषी पाए गए थे।
उच्च स्तरीय कमेटी ने जिन छात्रों को नोटिस में उमर खालिद, आशुतोष, कन्हैया कुमार, रामा नागा, चपल शेरपा, वाइ उदय कुमार, चिनमय महानंद, भुपाली विट्ठल माग्रे, अपराजिता, पी स्रुगना यादव, बंधू ज्योतसना, श्वेता रॉय, चिनय्या महाजन, एशवर्या, अधिकारी, गार्गी अधिकारी, चिंटू कुमारी, अनंत प्रकाश, अश्वती नायर, रितु, अनिर्बान भट्टाचार्य, सौरव शर्मा शामिल हैं।