नई दिल्ली: सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर ने प्रधानमंत्री के विशेष दूत के रूप में बृहस्पतिवार शाम हरारे में जिम्बाब्वे गणराज्य के राष्ट्रपति श्री राबर्ट गेबरियल मुगाबे से मुलाकात की। इस अवसर पर श्री राठौर ने प्रधानमंत्री श्री मोदी की ओर से श्री मुगाबे को इस वर्ष अक्टूबर में दिल्ली में आयोजित होने वाले तीसरे भारत-अफ्रीका शिखर सम्मेलन में भाग लेने का निमंत्रण दिया। श्री मुगाबे ने निमंत्रण को स्वीकार करते हुए आशा व्यक्त की कि प्रधानमंत्री मोदी निकट भविष्य में जिम्बाब्वे का दौरा करेगें। इससे पहले राठौर ने विदेश मंत्री श्री सिम्बारसे एस. मुमबेनगेबी से भी मुलाकात की और विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज की ओर से उन्हें निमंत्रण दिया। बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कर्नल राठौर ने कहा कि इस वर्ष का शिखर सम्मेलन ऐतिहासिक होगा। भारत ने घनिष्ठ सबंध रखने वाले सभी अफ्रीका के देशों को निमंत्रण देने में अग्रणी भूमिका निभाई है। भारत-अफ्रीका प्रतिबद्धता के महत्व पर जोर देते हुए उन्होनें कहा कि अफ्रीका के देशों से हमारे लंबे समय से घनिष्ठ संबध रहे हैं। भारत और अफ्रीका समान औपनिवेशिक शासनकाल से उभरे हैं और दीर्घकालिक विकास और सम्मिलित विकास दर का समान विचार सांझा करते हैं।
उन्होनें कहा कि भारत और अफ्रीका वैश्विक शासनप्रणाली, जलवायु परिवर्तन, विश्व व्यापार संगठन आदि के संबध में समान विचार साझा करते हैं।
जिम्बाब्वे के विदेश मंत्री से मुलाकात के दौरान श्री राठौर ने कहा कि हाल के वर्षों में भारत ने क्षेत्र को सशक्त करने वाले मुद्दों पर अफ्रीका महाद्वीप के देशों के साथ गठजोड़ करने में अहम भूमिका निभाई है। इसमें छात्रवृत्ति, प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण और विकास कार्यों में सहायता जैसे कार्यों में सहयोग सम्मिलित है। महाद्वीप के देशों को ऋण सहायता और अनुदान प्रदान किए गए हैं। इन प्रतिबद्धताओं और प्रयासों से क्षेत्र और भारत के बीच दक्षिण-दक्षिण सहयोग में उल्लेखनीय मजबूती आई है।
तीसरे भारत अफ्रीका शिखर सम्मेलन का आयोजन 29 अक्टूबर को नई दिल्ली में किया जा रहा है। इससे पहले 27 अक्टूबर को विदेश मंत्री स्तर और 26 अक्टूबर को वरिष्ठ अधिकारी स्तर की बैठकों का आयोजन होगा।