लखनऊ: प्रदेश के समाज कल्याण, अनुसूचित जाति/जनजाति व सैनिक कल्याण मंत्री श्री शंखलाल मांझी ने कहा कि मछुआ समाज के चैमुखी विकास के लिए इसे आर्थिक, सामाजिक व राजनैतिक भागीदारी मिलना जरूरी है। इसके साथ ही प्रदेश के 02 करोड़ मछुआ समाज को गरीबी एवं पिछड़ेपन से मुक्ति दिलाने के लिए इन्हें अनुसूचित जाति वर्ग के तहत आरक्षण दिलाना भी आवश्यक है।
श्री मांझी ने यह बात आज यहां विश्वैसरैया हाल, लखनऊ में भारतीय मछुआ महासंघ द्वारा आयोजित अभिनन्दन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कही। उन्होंने कहा कि इस समाज को अपना भविष्य उज्जवल बनाने के लिए अपने स्वर्णिम इतिहास के बारे में जानना होगा तथा वर्तमान को संवारने व सहेजने का भी कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि जिस समाज के वजूद को मिटाना हो, तो उसके इतिहास को ही मिटा दें। हमारे मछुआ समाज को अपनी दशा व दिशा को भी ठीक करना होगा तथा समाज में व्याप्त बुराईयों एवं कमजोरियों को भी दूर करना होगा।
श्री मांझी ने इस अवसर पर कहा कि कोई भी समाज एकजुट होकर ही अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की वर्तमान सरकार ने मछुआ समाज के चहुॅमुखी विकास के लिए काम किया है। समाज के लोगों को नदियों, तालाबों तथा झीलों का पट्टा दिया है ताकि वे अपना पैतृक व्यवसाय कर सकें। इसके साथ ही बालू, मौरंग का भी ठेका दिया गया है। उन्होंने कहा कि समाज को अभी और संघर्ष की जरूरत है ताकि वह राजनीतिक भागीदारी प्राप्त कर अपनी समस्याओं को दूर कर सके। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा संचालित सभी सरकारी योजनाओं में समाज के लोगों को साढ़े सात प्रतिशत का मात्रात्मक लाभ दिये जाने का शासनादेश जारी कर दिया गया है।
राज्य सभा सांसद श्री विशम्भर निषाद ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश की वर्तमान सरकार ने मछुआ समाज को आगे बढ़ाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की 17 अति पिछड़ी जातियों को केन्द्र सरकार से अनुसूचित जाति का लाभ दिलाने के लिए संघर्ष करना होगा। उ0प्र0 राज्य सेतु निगम के अध्यक्ष श्री लक्ष्मीकान्त उर्फ पप्पू निषाद ने कहा कि समाज के समस्याओं के निराकरण की जिम्मेदारी जनप्रतिनिधियों के हाथों में है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही जिला, ब्लाक व राज्य स्तर पर समाज को मजूबती प्रदान करने के लिए संगठन खड़ा किया जायेगा क्योंकि बगैर एकजुट हुए समाज आगे नहीं बढ़ सकता है। विधान परिषद सदस्य श्री राजपाल कश्यप ने समाज के स्वर्णिम इतिहास के बारे में बताया और कहा कि हमारा वर्तमान अच्छा नही है। समाज के सभी लोगों को न्याय मिले अतः सभी को एकजुट रहना होगा। उ0प्र0 अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष श्री व्यास जी गोड ने कहा कि इतिहास बनाने के लिए समाज को त्याग करना होगा। सभी लोग मिलकर एक समान कंधे से कंधा मिलाकर एक दूसरे के दुःख दर्द को समझते हुए तथा अनुशासन में रहकर अपने अधिकारों के लिए लड़ना होगा।
भारतीय मछुआ महासंघ के अभिनन्दन कार्यक्रम में प्रदेश भर से मछुआ समाज के जनप्रतिनिधि तथा कार्यकर्ता आये हुए थे।
