नई दिल्ली: भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीआई) ने पेंशनधारियों के लिए विशेष पंजीयन अभियान की शुरूआत की है जिनका अब तक आधार में पंजीयन नहीं हुआ है। यह अभियान पेंशनधारियों को भारत सरकार के पेंशनस् और पेंशनर्स वेल्फेयर विभाग द्वारा जीवन प्रमाण कार्यक्रम का लाभ पहुंचाने के लिए चलाया गया है।
प्रत्येक साल पेंशनधारियों को पेंशन प्राप्त करने के लिए बैंकों, पोस्ट ऑफिसों इत्यादि में जीवन प्रमाणपत्र जमा करवाना पड़ता है जहां से उन्हें पेंशन मिलता है। यह जीवन प्रमाणपत्र उन्हें पेंशन वितरण संस्था के पास व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर अथवा जहां वे कार्यरत थे वहां से प्राप्त होता है और पेंशन वितरण संस्था में जमा करना होता है जो कि बुजुर्ग नागरिकों के लिए कष्टकारी होता है।
जीवन प्रमाण, एक डिज़ीटल जीवन प्रमाण पत्र है जो आधार से जुड़ा है और यह जीवन प्रमाणपत्र को डिज़ीटल रूप में सुरक्षित रखता है। इसमें पेंशनधारी को सिर्फ अपने नज़दीक के केंद्र में जाकर बॉयोमिट्रिक रूप से प्रमाणित करवाना होता है और सफल प्रमाणीकरण के बाद यह प्रमाणपत्र, जीवन प्रमाण कोष में संरक्षित हो जाता है जहां से इसे पेंशन वितरण प्राधिकरण से प्राप्त कर सकते हैं।
आधार प्रमाण पत्र पर आधारित जीवन प्रमाण की सुविधा पेंशनधारियों को देने के लिए यूआईडीएआई और पेंशनस् और पेंशनर्स वेल्फेयर विभाग द्वारा बैंकों के माध्यम से पेंशनधारियों को विशेष पंजीयन अभियान की शुरूआत की गई है। बैंकों जैसे, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, इलाहाबाद बैंक आदि को पेंशनधारियों के लिए स्पेशल आधार पंजीयन कैम्प लगाने को कहा गया है जहां पेंशनधारियों को पेंशन देने वाले बैंक में अपना आधार का ब्यौरा प्रदान करेंगे और वहां से वे जीवन प्रमाण नाम का डिज़ीटल जीवन प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकेंगे। इस पंजीयन मुहिम और आधार कैम्प को 30 मई से 10 जून तक चलाया जा रहा है। अब तक 15.41 लाख पेंशनधारी आधार कार्ड पर आधारित जीवन प्रमाण सेवा में अपना पंजीकरण करवा चुके हैं ।
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