देहरादून: मानवाधिकार संरक्षण एवं भ्रष्टाचार निवारक समिति उत्तराखण्ड और सजग इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में देहरादून जनपद के एसजीआरआर पब्लिक स्कूल भानियावाला में “युवा संवाद”कार्यक्रम आयोजित हुआ। संवाद का यह का र्यक्रम समिति के अध्यक्ष ललित जोशी के द्वारा प्रारम्भ हुआ जिसमे उन्होंने राष्ट्र प्रेम, राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका, समाज में बच्चों में फ़ैल रही नशाखोरी, माता-पिता के प्रति आज के युवाओं का कर्तब्य और देश की सुरक्षा में लगे जवान के प्रति सम्मान तथा देश की ज्वलंत समस्याओं में शिक्षा , स्वास्थ्य , पलायन, सुशासन, कानून व्यवस्था, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा तथा संस्कृति और सभ्यता के बिषयों पर अपने विचार रखे तथा युवाओं को जागरूक करते हुए कहा कि युवा पीढ़ी को ऐसे राजनेताओं का बहिष्कार करने चाहिए जो चुनावों के दौरान नशा ओर भ्रस्टाचार को बढ़ावा देते है।
आज का युवा धीरे-धीरे सूखे नशे के आदी होते जा रहे हैं। बड़े शहरों के हाई-फाई क्लब से निकलकर ये नशा अब गाँव की तंग गलियों तक पहुंच चुका है। युवा ही नहीं नाबालिग बच्चे भी इस नशे के जद में है। राजधानी में बैखौफ नशा बेचा जा रहा है। यदि आज हम सजग न हुए तो फिर हमारा युवा भारत का सपना सिर्फ नाम भर के लिए रह जायेगा।
युवा संवाद कार्यक्रम में युवाओं ने भी संवाद से जुड़े बिषय पर अपने अपने विचार रखे ओर नशाखोरी के खिलाफ समाज को जागरुक करने का संकल्प लिया। कुछ युवाओं ने पलायन पर गम्भीर चिंता भी ब्यक्त की तो कुछ ने संस्कृति, सभ्यता और संस्कारों को बचाने की बात कही, युवाओं ने देश की वर्तमान समय में चल रहे ज्वलंत बिषयों पर युवा संवाद में निर्भीकता से अपनी राय रखी। कार्यक्रम के समापन के अवसर पर प्रतिभाग करने वाले विशिष्ठ छात्रों को समिति के माध्यम से प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। स्कूल के प्रधानाचार्य अखिलेश गौड़ ने अपने संबोधन में समिति के कार्यों को सराहा तथा युवाओं के लिए इस तरह के जागरूकता परक अति आवश्यक बताया।
कार्यक्रम में राखी कोठारी, दीपक असवाल, रीना ध्यानी,सुनील कोठारी, आशुतोष नेगी, कविता नेगी, सुनील बागड़ी सहित कई अध्यापकों ने उपरोक्त विषय में अपने विचार रखे। “युवा संवाद” में आरुषि बधानी, इशिता रतूड़ी, मनीष सिंह,अतुल सिन्धवाल, दिव्यांशु बड़ोनी, गगनदीप, आदित्य यादव, आर्यन भट्ट ,सहित कई छात्रों ने प्रतिभाग कर अपनी राय रखी. इस दौरान कार्यक्रम में लगभग 600 से भी अधिक बच्चों ने व्यशनमुक्त एवं स्वच्छ भारत बनाने की प्रतिज्ञा ली और मानवाधिकार समिति की सदस्यता भी ग्रहण की।