देहरादून: अकसर आपने ठगी के कईं मामले देखे या सुने होंगे, लेकिन राजधानी देहरादून में एक ऐसा मामला सामने आयाहै, जिसमें सेना का अफसर बनकर दो आरोपियों ने बेरोज़गारों को लाखों का चुना लगा दिया गया. स्पोर्ट्स कोटे से आर्मी में नौकरी का झांसा देकर ठगी की घटना को अंजाम दिया जाता था. ठगी करने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
एसपी सिटी अजय सिंह और एसपी क्राइम तृप्ति भट्ट ने मामले का खुलासा करते हुए बताया है कि पिछले दिनों आईएमए पासिंग आउट परेड से पहले सत्यापन अभियान चलाया गया था. इस दौरान पुलिस और एलआईयू देहरादून को शिकायतें मिली थी कि कोई व्यक्ति अपने आप को आर्मी का अधिकारी बताकर लोगों को ठग रहे हैं.
आर्मी में स्पोर्ट्स कोटे में अधिकारी भर्ती कराने के नाम युवकों से पैसे लेने का फर्जीवाडा चल रहा है. इस सूचना पर एसओजी की टीम को इस सूचना को सत्यापित कर कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये थे. इस दौरान पुलिस टीम ने ठगी के पीडितों की पहचान करने के प्रयास किये और संदिग्ध आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई. जिसके बाद गौरव सिंह गुसाईं और सूरज पुण्डीर की भूमिका सामने आई.
बताया गया है की दोनों खुद को आईएमए देहरादून के उच्चाधिकारी बताते थे. इनके पास सेना की वर्दी भी मिली. बताया गया है कि दोनों, नौजवान लडकों को नौकरी का झांसा देकर फर्जी नियुक्त-पत्र देकर पैसे ऐंठते थे. आरोपी गौरव सिंह गौसांई व सूरज पुण्डीर को लेफ्टिनेन्ट कर्नल की पूरी वर्दी व फर्जी नियुक्ति पत्र सहित राजीवनगर थाना नेहरुकालोनी से गिरफ्तार किया गया.
पूछताछ पर आरोपी गौरव सिंह गुसाईं ने बताया कि दोनो आरोपियों के पिता भारतीय सेना में सूबेदार के पद से रिटायर्ड हैं, जिसके कारण वे आर्मी के बारे में काफी कुछ जानकारी रखते हैं.
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने फर्जी लेफ्टिनेन्ट कर्नल की वर्दी गढ़ी कैन्ट बाजार से खरीदी. इसके बाद एक आरोपी अपने चाचा के पास लुधियाना में गार्ड की नैकरी के लिए चला गया. वहां उसने करीब एक महीना काम करने के बाद नौकरी छोड़ दी. इसके बाद फैक्ट्री में अपने जानने वालों में आरापी ने यह बात फैला दी कि वह सेना से निलम्बित हो गया. बताया गया है कि ऐसा उसने भर्ती कराने के नाम पर लोगों का विश्वास जीतने के लिए किया.
आरोपियों ने लेफ्टिनेन्ट कर्नल की वर्दी पहनकर बेरोजगार युवकों को सेना में भर्ती कराने के नाम पर निशाना बनाया. फर्जी नियुक्ति पत्र देकर मोटा पैसा ठगा. आरोपी सूरज पुण्डीर को इस फर्जीवाडे में उसने अपना सीनियर अधिकारी बताकर पेश किया.
अब तक इन्होंने लुधियाना पंजाब के 32 लडके, कोटद्वार के 8, देहरादून के 5 युवकों से अब तक करीब 20 लाख रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है. ठगी के पैसे आरोपियों ने घूमने फिरने, ब्रान्डेड कपडे और शराब में उड़ाए हैं.
कविन्द्र पयाल
ब्यूरो चीफ, उत्तराखण्ड