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सरकारी ई-मार्केट प्लेस के साथ पंजीकरण करने के बाद से व्यवसाय की मात्रा में वृद्धि हुई है: जीईएम विक्रेता

देश-विदेश

‘‘ 2017 में सरकारी ई-मार्केट प्लेस के साथ पंजीकरण करने के बाद से मेरे व्यवसाय की मात्रा में वृद्धि हो गई है। इससे पहले, मैं केवल किला क्षेत्र में मेरी दुकान के दायरे में और सिर्फ मुंबई के भीतर मदों की आपूर्ति कर सकता था। अब मैं अपने उत्पादों को देश भर में भेज सकता हूं। मैंने इंडिया पोस्ट और तीन निजी कूरियर सेवा प्रदाताओं के साथ करार किया है जो मेरी दुकान से सामान उठाते हैं और नियत समय पर उनकी प्रदायगी करते है।” यह कहना है जीईएम के साथ पंजीकृत एक फर्म मिलन स्टेशनर्स एंड प्रिंटर्स के मालिक श्री हितेश शाह का।

एक अग्नि सुरक्षा उपकरण प्रदाता कंपनी जोसेफ लेजली डायनैमिक्स मैन्यूफैक्चरिंग प्रा. लिमिटेड के प्रबंधक श्री उमेश नाय कहते हैं कि उन्हें जीईएम के माध्यम से अभी तक कुल 30 करोड़ रुपये का ऑर्डर प्राप्त हो चुका है। उन्होंने कहा, ‘‘जीईएम ने व्यवसाय करने की लागत में अत्यधिक कमी ला दी है, विशेष रूप से संभावित खरीदारों से मिलने के लिए की जाने वाली यात्रा की आवश्यकता को कम करने के मामले में। हमारी एक एमएसएमई कंपनी है और इसलिए हमें एमएसएमई वेंडरों को दिए जाने वाले लाभ प्राप्त होते हैं जैसाकि पोर्टल द्वारा उपलब्ध कराया जाता है। जीईएम एक बहुत ही अच्छा प्लेटफॉर्म है जो हमारी जैसे छोटी कंपनी के लिए बहुत लाभदायक है।”

केतन चौधरी, जो एमएसएमई फर्म ओंकार इंटरप्राइज का प्रतिनिधित्व करते हैं, ने कहा कि जीईएम ने उनके व्यवसाय को बढ़ने में मदद की है। उन्होंने वर्ष 2020 में जीईएम के साथ पंजीकरण कराया और प्रिंटर तथा टोनर की बिक्री करनी आरंभ कर दी। अब वह कंप्यूटर और लैपटौप भी बेच रहे हैं। उन्होंने टिप्पणी की, ‘‘जीईएम हमारे जैसे छोटे व्यवसायों को बढ़ने में सहायता करता है। ‘‘

कई सरकारी ई-मार्केटप्लेस वेंडरों ने आज मुंबई में आयोजित जीईएम विक्रेता संवाद में अपने अनुभवों को साझा किया। इसने जीईएम विक्रेताओं को जीईएम के नए फीचरों तथा कार्यों के बारे में सीखने का अवसर दिया जिसने उनके लिए इसका पोर्टल पर प्रचालन करना और अधिक अनुकूल बन गया। महाराष्ट्र तथा दमन एवं दीव के लिए जीईएम व्यवसाय सुगमकर्ता श्री निखिल पाटिल ने सूचना दी कि जीईएम पोर्टल केवल केंद्र सरकार के कार्यालयों तक ही सीमित नहीं है। यह केंद्रीय/राज्य मंत्रालयों, विभागों, निकायों तथा पीएसयू सहित सभी सरकारी खरीदारों के लिए एक वन-स्टॉप ऑनलाइन खरीद पोर्टल उपलब्ध कराता है। सभी राज्यों (सिक्किम को छोड़कर) ने जीईएम के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं और इसके जरिये देश भर के व्यवसायों को पूरे भारत, यहां तक कि सुदूर क्षेत्रों में स्थित सरकारी विभागों के साथ व्यवसाय करने की सुविधा प्राप्त होती है। श्री निखिल पाटिल ने बताया कि महाराष्ट्र राज्य ने मार्च, 2018 में जीईएम के साथ समझौता किया है।

अपनी प्रस्तुति में, श्री पाटिल ने जीईएम पोर्टल में व्यवसाय करने पर एसएमई को होने वाले लाभों को रेखांकित किया। एमएसई, विशेष रूप से जीईएम पर एकमात्र प्रोप्रराइटर अब जीईएम प्लेटफॉर्म पर ऑर्डर की स्वीकृति के बिन्दु पर ऋण प्राप्त कर सकते हैं। व्यवसाय करने की सुगमता को बढ़ाने के लिए पिछले 24 महीनों में लगभग 2,000 गौण तथा 460 से अधिक प्रमुख कार्यात्मकताओं को जीईएम पर प्रस्तुत किया गया है।

विक्रेता संवाद में श्री निशांत दीनगावल, राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के निदेशक तथा महाराष्ट्र में जीईएम के नोडल अधिकारी ने भी भाग लिया। पत्र सूचना कार्यालय के मुंबई क्षेत्रीय कार्यालय के उप-निदेशक श्री दीप जॉय मम्पिली भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

  सरकारी ई मार्केटप्लेस  (जीईएम) के बारे में :

देश का राष्ट्रीय सार्वजनिक खरीद पोर्टल सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) वस्तुओं एवं सेवाओं की एक समग्र ऑनलाइन मार्केटप्लेस है। इसे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सार्वजनिक खरीद को पुनर्भाषित करने के विजन के एक हिस्से के रूप में 9 अगस्त, 2016 को लांच किया गया। जीईएम सरकारी खरीदारों तथा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों द्वारा खरीद के तरीकों में क्रांतिकारी बदलाव लाने में सक्षम रहा है। जीईएम एक संपर्करहित, कागजरहित तथा नकदीरहित व्यवस्था है तथा तीन स्तंभों : प्रभावशीलता, पारदर्शिता तथा समावेशन पर खड़ा है।

उल्लेखनीय है कि जीईएम ने वित्त वर्ष 2021-22 के एक ही एकल वित्त वर्ष में एक लाख करोड़ रुपये की खरीद की अनुपम उपलब्धि हासिल कर ली है। अपनी शुरुआत से लेकर अब तक, जीईएम ने 3.02 लाख करोड़ रुपये से अधिक के बराबर के 1 करोड़ से अधिक लेनदेन को सुगम बनाया है। यह देश भर में खरीदारों तथा विक्रेताओं सहित सभी हितधारकों की सहायता से संभव हो पाया है।

जीईएम के खरीदार आधार में केंद्र तथा राज्य सरकारों के सभी विभाग, सहकारी समितियां तथा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम शामिल हैं। जीईएम के विक्रेता आधार की बहुजातीय प्रकृति स्पष्ट रूप से ‘समावेशिता’ के संस्थापक स्तंभ को प्रदर्शित करती है। बड़ी कंपनियों और समूहों से आरंभ होकर विक्रेता आधार में देश भर की महिला उद्यमी, स्वयं सहायता समूह तथा एमएसएमई विक्रेता शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, एमएसएमई तथा एसजीएच के लिए निर्बाधित रूप से ऑन-बोर्डिंग का अनुभव सुनिश्चित करने के लिए जीईएम पोर्टल पर विशेष प्रावधान भी किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि 62 हजार पंजीकृत सरकारी खरीदार तथा 50.90 लाख विक्रेता एवं सेवा प्रदाता स्वयं ही जीईएम प्रचालनों के आकार तथा परिमाण के बड़े साक्ष्य हैं।

अपनी स्थापना के बाद से ही, जीईएम निरंतर नए उत्पाद तथा सेवा श्रेणियों को जोड़ने के साथ लगातार बढ़ता रहा है। वर्तमान में, जीईएम पर लगभग 300 सेवा श्रेणियां तथा 10000 से अधिक उत्पाद श्रेणियां उपलब्ध हैं। इन श्रेणियों में उत्पाद तथा सेवा प्रस्तुतियों के लगभग 44 लाख कैटेलॉग हैं। इसके अतिरिक्त, जीईएम एक उभरता हुआ प्लेटफॉर्म है और पोर्टल में नए फीचरों तथा कार्यात्मकताओं को जोड़ने की दिशा में अथक रूप से कार्य करता है।

जीईएम विक्रेता संवाद का सामाजिक समावेशन पीपीटी

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