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एएमसी डीआरआर: स्‍कूली बच्‍चे आपदा जोखिम न्‍यूनीकरण जागरुकता के लिए ‘लाइव’ चित्रकारी करेंगे

एनडीएमए ने आपदा प्रबंधन के लिए क्षमता सृजन पर प्रशिक्षण सम्मेलन आयोजित किया
देश-विदेश

नई दिल्ली: आपदा जोखिम न्‍यूनीकरण पर एशियाई मंत्रीस्‍तरीय सम्‍मेलन (एएमसीडीआरआर) 2016 के दौरान 3 नवंबर, 2016 को 10 से 14 वर्ष की उम्र के बीच के स्‍कूली बच्‍चों के लिए एक राष्‍ट्रीय स्‍तर चित्रकला प्रतियोगिकता का आयोजन किया जाएगा।

इस सम्‍मेलन का आयोजन भारत सरकार द्वारा 3 से 5 नवंबर, 2016 को नई दिल्‍ली के विज्ञान भवन में संयुक्‍त राष्‍ट्र आपदा जोखिम न्‍यूनीकरण कार्यालय (यूएनआईएसडीआर) के सहयोग से किया जा रहा है।

यह प्रतियोगिता आपदा जोखिम न्‍यूनीकरण से संबंधित विषयवस्‍तुओं पर आधारित होगी एवं इसका उद्देश्‍य बच्‍चों को इसकी आवश्‍यकता एवं महत्‍व के बारे में जागरुक करना है। इसका उद्देश्‍य जोखिम एवं उससे निपटने के तरीकों के बारे में उनकी समझ को भी सामने लाना है। बच्‍चे देश के भविष्‍य हैं और उन्‍हें सभी प्रकार के जोखिमों- रोजाना के छोटे जोखिमों से लेकर बाढ़ एवं भूकंप जैसे बड़े प्राकृतिक संकटों से सुरक्षा की अवधारणा के प्रति उनके जीवन के प्रारंभ में ही अवगत कराने की आवश्‍यकता है जिससे कि उनका समग्र विकास सुनिश्चित हो सके।

बच्‍चों की भागीदारी से उनके माता-पिताओं एवं समाज की भी ज्‍यादा भागीदारी होगी जिसका परिणाम बेहतर रूप से तैयार समुदायों के रूप में सामने आएगा। राज्‍य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) प्रतियोगिता के पहले स्‍तर का आयोजन करेंगे। भाग लेने वाले प्रत्‍येक राज्‍य राष्‍ट्रीय स्‍तर की प्रतियोगिता के लिए अपने तीन सर्वश्रेष्‍ठ सहभागियों को भेजेंगे।

राष्‍ट्रीय स्‍तर की प्रतियोगिता में एक निर्णायक समिति तीन विजेताओ का चयन करेगी जिन्‍हें नगद पुरस्‍कार, एक प्रशस्ति पत्र, एक स्‍मृति चिन्‍ह से पुरस्‍कृत किया जाएगा। तीन सांत्‍वना पुरस्‍कार भी दिए जाएंगे।

एएमसीडीआरआर क्षेत्र में आपदा जोखिम न्‍यूनीकरण के लिए सेंडई फ्रेमवर्क (एसएफडीआरआर) के कार्यान्‍वयन एवं निगरानी की दिशा तय करेगा। सेंडई फ्रेमवर्क को मार्च,2015 में डीआरआर पर तीसरे संयुक्‍त राष्‍ट्र विश्‍व सम्‍मेलन में भारत समेत 187 देशों द्वारा अंगीकृत किया गया था। यह बच्‍चों को बदलाव के कारकों के रूप में स्‍वीकार करता है और इसकी वकालत करता है कि उन्‍हें डीआरआर में योगदान देने के लिए समय और साधन उपलब्‍ध कराए जाने चाहिए।

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