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रोप वे बनने के बाद, बनारस कैंट रेलवे स्टेशन और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के बीच की दूरी कुछ मिनटों की रह जाएगी: मुख्यमंत्री

उत्तर प्रदेश

लखनऊ : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज जनपद वाराणसी में संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में 1780 करोड़ रुपये लागत की 28 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इससे पूर्व, देश के पहले पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोप-वे का शिलान्यास कर रोप-वे के मॉडल का भी अवलोकन किया।
प्रधानमंत्री जी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि नवरात्र का पुण्य समय है, आज माँ चंद्रघंटा की पूजा का दिन है। यह उनका सौभाग्य है कि इस पावन अवसर पर आज वह काशी की धरती पर आये हैं। माँ चंद्रघंटा के आशीर्वाद से आज बनारस की सुख-समृद्धि में एक और अध्याय जुड़ रहा है। आज यहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे का शिलान्यास किया गया है। बनारस के चौतरफा विकास से जुड़े सैकड़ों करोड़ रुपए के दूसरे प्रोजेक्ट्स का भी लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। इनमें पीने के पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा, गंगा जी की साफ-सफाई, बाढ़ नियंत्रण, पुलिस सुविधा, खेल सुविधा, ऐसे अनेक प्रोजेक्ट्स शामिल हैं। आज यहां आई0आई0टी0 बी0एच0यू0 में सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस ऑन मशीन टूल्स डिजाइन का शिलान्यास भी सम्पन्न हुआ है। इससे बनारस को एक और विश्वस्तरीय संस्थान मिलने जा रहा है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि काशी के विकास की चर्चा आज पूरे देश और दुनिया में हो रही है। जो भी काशी आ रहा है, वो यहां से नई ऊर्जा लेकर जा रहा है। 09 वर्ष पहले जब काशी के लोगों ने अपने शहर के कायाकल्प का संकल्प लिया था, तो लोगों को आशंकाएं थीं कि बनारस में कुछ बदलाव नहीं हो पाएगा। काशी के लोगों ने आज अपनी मेहनत से हर आशंका को गलत साबित कर दिया है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज काशी में पुरातन और नूतन दोनों स्वरूपों के दर्शन एक साथ हो रहे हैं। देश-विदेश के लोग काशी विश्वनाथ धाम के पुनर्निर्माण से मंत्रमुग्ध हैं। लोग गंगा घाट पर हुए काम से प्रभावित हैं। दुनिया का सबसे लंबा रिवरक्रूज हमारी काशी से चला, उसकी भी बहुत चर्चा हुई। आप लोगों के इन्हीं प्रयासों की वजह से एक साल के भीतर 07 करोड़ से अधिक पर्यटक काशी आए। महादेव के आशीर्वाद से यह बहुत बड़ा काम हुआ है। बनारस आने वाले लोग यहां के प्रत्येक परिवार के आय के साधन तथा रोजगार एवं स्वरोजगार के नए अवसर बना रहे हैं।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि विगत 09 वर्षों के विकास कार्यों के बाद, जिस तेजी से बनारस का विकास हो रहा है, अब उसे नई गति देने का भी समय आ गया है। सड़क, पुल तथा एयरपोर्ट कनेक्टिविटी के तमाम नए साधनों ने काशी आना-जाना बहुत आसान कर दिया है। लेकिन अब हमें एक कदम और आगे बढ़ना है। यहां बन रहे रोप वे से काशी की सुविधा और काशी का आकर्षण दोनों बढ़ेगा। रोप वे बनने के बाद, बनारस कैंट रेलवे स्टेशन और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के बीच की दूरी कुछ मिनटों की रह जाएगी। इससे बनारस के लोगों की सुविधा और बढ़ जाएगी तथा कैंट स्टेशन से गौदोलिया के बीच ट्रैफिक जाम की समस्या भी बहुत कम हो जाएगी। कैंट रेलवे स्टेशन के ऊपर ही रोप-वे का स्टेशन बनेगा, जिससे लोग इसका सीधे लाभ ले सकेंगे। ऑटोमैटिक सीढ़ियां, लिफ्ट, व्हील चेयररैंप, रेस्टरूम और पार्किंग जैसी सुविधाएं भी वहीं उपलब्ध हो जाएगी। रोप वे स्टेशनों में खाने-पीने की सुविधा, खरीदारी की सुविधा भी होगी। यह काशी में बिजनेस और रोजगार के एक और सेंटर के रूप में विकसित होंगे।
आज बनारस की एयर कनेक्टिविटी को मजबूत करने की दिशा में भी बड़ा काम हुआ है। बाबतपुर हवाई अड्डे में आज नए ए0टी0सी0 टावर का लोकार्पण हुआ है। अभी तक यहां देश-दुनिया से आने वाले 50 से अधिक विमानों को हैंडल किया जाता है। नया ए0टी0सी0 टावर बनने से यह क्षमता बढ़ जाएगी। इससे भविष्य में एयरपोर्ट का विस्तार करना आसान होगा।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि काशी में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत किये जा रहे विकास कार्यां से सुविधाएं बढ़ेंगी और आने-जाने के साधन बेहतर हो जाएंगे। काशी में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की छोटी-छोटी आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर ही फ्लोटिंग जेट्टी का निर्माण किया जा रहा है। नमामि गंगे मिशन के तहत गंगा किनारे के शहरों में सीवेज ट्रीटमेंट का एक बहुत बड़ा नेटवर्क तैयार हुआ है। पिछले 09 वर्षों में आप लोग गंगा के बदले हुए घाटों के साक्षी बने हैं। गंगा के दोनों तरफ 5 किलोमीटर के हिस्से में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए इस वर्ष के बजट में भी ऐलान किए गए हैं। चाहे खाद हो या फिर प्राकृतिक खेती से जुड़ी दूसरी मदद इसके लिए नए केंद्र बनाए जा रहे हैं।
बनारस के साथ पूरा पूर्वी उत्तर प्रदेश, कृषि और कृषि निर्यात का एक बड़ा सेंटर बन रहा है। आज वाराणसी में फल-सब्जियों की प्रोसेसिंग से लेकर भंडारण और ट्रांसपोर्टेशन से जुड़ी कई आधुनिक सुविधाएं तैयार हुई हैं। बनारस का लंगड़ा आम, गाजीपुर की भिंडी और हरी मिर्च, जौनपुर की मूली और खरबूजे विदेश के बाजारों तक पहुंचने लगे हैं। इन छोटे शहरों में उगाई गईं फल-सब्जियां लंदन और दुबई के बाजारों तक पहुंच रही हैं। जितना ज्यादा एक्सपोर्ट होता है, उतना ही अधिक पैसा किसान तक पहुंचता है। करखियांव फूडपार्क में बने इंटिग्रेटेड पैकहाउस से किसानों-बागबानों को बहुत मदद मिलने जा रही है। आज यहां पुलिस फोर्स से जुड़े प्रोजेक्ट्स का भी लोकार्पण हुआ है। इससे पुलिस बल का आत्मविश्वास बढ़ेगा तथा कानून-व्यवस्था और बेहतर होगी।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि विकास का रास्ता चुना गया है, उसमें सुविधा और संवेदना भी है। इस क्षेत्र में एक चुनौती पीने के पानी की रही है। आज यहां पीने के पानी से जुड़ी अनेक परियोजनाओं के लोकार्पण के साथ-साथ नई परियोजनाओं पर काम भी शुरु हुआ है। गरीबों की परेशानी कम करने के लिए ही सरकार द्वारा हर घर नल अभियान से विगत तीन वर्षों में देश-भर के 8 करोड़ घरों में जल उपलब्ध कराया जा रहा है। काशी और आस-पास के गांवों में भी हजारों लोगों को इसका लाभ मिला है। उज्ज्वला योजना का भी बहुत लाभ बनारस के लोगों को हुआ है। सेवापुरी में नये बॉटलिंग प्लांट के शिलान्यास से इस योजना के लाभार्थियों की भी मदद करेगा। इससे पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी बिहार में गैस सिलेंडर की आपूर्ति सुगम होगी।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान केंद्र एवं राज्य सरकार गरीबों की चिंता एवं सेवा करने वाली सरकार हैं। स्वस्थ दृष्टि, समृद्ध काशी अभियान के तहत लगभग एक हजार लोगों का मोतियाबिंद का मुफ्त इलाज हुआ है। वर्ष 2014 से पूर्व बैंकों में खाता खोलने में लोगों के पसीने छूट जाते थे। बैंकों से ऋण लेना, इसके बारे में तो सामान्य परिवार सोच भी नहीं सकता था। आज गरीब से गरीब के परिवार के पास भी जनधन बैंक खाता है। उसके हक का पैसा, सरकारी मदद, आज सीधे उसके बैंक खाते में आता है। आज छोटा किसान हो, छोटा व्यवसायी हो, हमारी बहनों के स्वयं सहायता समूह हों, सबको मुद्रा जैसी योजनाओं के तहत आसानी से ऋण मिलते हैं। वर्तमान सरकार ने पशुपालकों और मछली पालकों को भी किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ा है। रेहड़ी, पटरी, फुटपाथ पर काम करने वाले लोगों को भी पहली बार पी0एम0 स्वनिधि योजना से बैंकों से ऋण मिलना शुरु हुआ है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज उन्होंने खेलो बनारस प्रतियोगिता के विजेताओं से बात की। इस प्रतियोगिता में एक लाख से अधिक युवाओं ने अलग-अलग खेलों में हिस्सा लिया। बनारस के युवाओं को ज्यादा से ज्यादा खेलने का मौका मिले, इसके लिए यहां पर नई सुविधाएं भी विकसित की जा रही हैं। पिछले वर्ष सिगरा स्टेडियम के पुनर्विकास का फेज-1 शुरु हुआ। आज फेज-2 और फेज-3 का भी शिलान्यास किया गया है। इससे यहां अब अलग-अलग खेलों एवं हॉस्टल की आधुनिक सुविधाएं विकसित होंगी। जनपद वाराणसी में इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम भी बनने जा रहा है। जब यह स्टेडियम बनकर तैयार होगा, तो एक और आकर्षण काशी में भी जुड़ जाएगा।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश विकास के प्रत्येक क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहा है। आगामी 25 मार्च को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की दूसरी पारी का एक वर्ष पूरा हो रहा है। मुख्यमंत्री जी ने लगातार सबसे ज्यादा समय तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री होने का रिकॉर्ड भी बनाया है। निराशा की पुरानी छवि से बाहर निकलकर, उत्तर प्रदेश आशा और आकांक्षा की नई दिशा में बढ़ चला है। सुरक्षा और सुविधा जहां बढ़ती है, वहां समृद्धि आना तय है। यही आज उत्तर प्रदेश में होता हुआ दिख रहा है। आज यहां जो नए प्रोजेक्ट्स जमीन पर उतरे हैं, ये भी समृद्धि के रास्ते को सशक्त करते हैं।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रधानमंत्री जी का बाबा विश्वनाथ की धरा काशी पर स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी का जब भी काशी में आगमन होता है, तब वे काशी के लिए नयी सौगात लेकर आते हैं। आज प्रधानमंत्री जी काशी को 1780 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं दे रहे हैं। काशी नव्य व भव्य बन चुकी है। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा व मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश ने देश में विकास की जिन नयी ऊंचाइयों को प्राप्त किया है, पूरी दुनिया देश और प्रदेश को कौतूहल व आकर्षण की नजरों से देख रही है।
प्रधानमंत्री जी अपनी काशी आये हैं। काशी के प्रति उनका आत्मिक लगाव है, जो उनकी रग-रग में बसी है। काशी प्राचीन काल से ही भारत की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक नगरी रही है। इसे वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त हुई है, जिसे प्रत्येक काशीवासी व प्रदेशवासी विगत 09 वर्षां से अनुभव कर रहा है। काशी में भौतिक विकास के नये प्रतिमान स्थापित हो रहे हैं। प्रधानमंत्री जी की उपस्थिति प्रत्येक जनप्रतिनिधि को जनता के प्रति संवेदनशील बनाती है। जनप्रतिनिधियों को उनके संसदीय व विधान सभा क्षेत्र में विकास के कार्य कैसे किये जाने है, के प्रति भी सचेत करती है।
विगत 09 वर्षां में काशी में 35 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया जा चुका है। आज काशी विकास की नई आभा के साथ नव्य एवं भव्य काशी के रूप में देश और प्रदेश में अपनी नई पहचान बना रही है। आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में दुनिया के सबसे 20 बड़े देशों का समूह जी-20 की अध्यक्षता भारत कर रहा है, जो देश की नयी ताकत का एहसास वैश्विक स्तर पर कराता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज देश, दुनिया के सामने एक मिसाल बना है। देश की प्रगति एवं विरासत पर पूरी दुनिया आकर्षित होकर गौरव की अनुभूति करती है। प्रधानमंत्री जी ने भारत को दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र एवं लोकतंत्र की जननी के रूप में स्थापित करने का कार्य किया है। देश के लोकतंत्र को आज विश्व के अन्य देश अंगीकार करने के लिए लालायित हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 09 वर्षां में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के मंत्र के तहत कार्य किया जा रहा है। देश में बिना भेदभाव प्रत्येक नागरिक तक आवास, शौचालय, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत निःशुल्क रसोई गैस का कनेक्शन, सौभाग्य योजना के तहत बिजली के कनेक्शन सहित अन्य बुनियादी सुविधाओं का लाभ प्रदान किया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री जी ने स्वस्थ दृष्टि समृद्ध काशी के तहत मोतियाबिंद का ऑपरेशन हुए 05 मरीजों को चश्मा वितरित किया। क्रेडिट आउटरीच प्रोग्राम के तहत विभिन्न सरकारी योजनाआें के माध्यम से 2003 लाभार्थियों को 1060 करोड़ रुपये ऋण प्रदान किये जा रहे हैं। इस योजना के 05 लाभार्थियों को प्रधानमंत्री जी ने प्रतीकात्मक चेक प्रदान किये।
इस अवसर पर राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी, उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक, केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ0 महेंद्र नाथ पांडेय, प्रदेश के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री श्री ए0के0 शर्मा, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री श्री अनिल राजभर, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रवीन्द्र जायसवाल, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन डॉ0 दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
ज्ञातव्य है कि जनपद वाराणसी में बनने वाले रोप-वे से श्रद्धालुओं, पर्यटकां के साथ-साथ स्थानीय जनमानस को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर एवं दशाश्वमेध घाट आने-जाने में  आसानी हो जाएगी। यह रोप-वे 2 वर्ष में बनकर तैयार हो जाएगा। जनपद वाराणसी में नेशनल हाई वे, रिंग रोड, फ्लाईओवर, आर0ओ0बी0, के बाद अब भीड़-भाड़ वाले इलाकों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए रोप-वे के संचालन से आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों के साथ स्थानीय लोगों को भी काफी राहत मिलेगी। रोप-वे के लिए बनने वाले सभी स्टेशन और ट्रॉली पर काशी की कला, धर्म और संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।
वाराणसी देश का पहला शहर होगा। जहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए रोप-वे की सुविधा उपलब्ध होगी। बोलीविया और मेक्सिको के बाद विश्व में भारत तीसरा देश होगा जहां यह सुविधा मिलेगी। रोप-वे के माध्यम से कैंट रेलवे स्टेशन से गोदौलिया चौराहे तक 3.8 किलोमीटर की दूरी 16 मिनट में तय की जा सकेगी। यह रोप-वे 50 मीटर ऊंचाई पर स्थित होगी, जिसमें 150 ट्रॉली कार होंगी। एक ट्रॉली में अधिकतम 10 पैसेंजर सवार हो सकेंगे, एक घंटे में दोनों छोर से 6000 यात्री यात्रा कर सकेंगे। हर डेढ़ से दो मिनट के अंतराल पर यात्रियों के लिए ट्रॉली उपलब्ध रहेगी। इसे स्विट्जरलैंड की कंपनी बर्थोलेट व नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स प्रा0लि0 मिलकर बनाएगी।

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