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52 सालों से है कायम जॉन एडरिक का 52 चौकों का रिकॉर्ड

52 सालों से है कायम जॉन एडरिक का 52 चौकों का रिकॉर्ड
खेल समाचार

इंगलैंड: टेस्ट क्रिकेट की किसी पारी में सबसे अधिक चौके मारने का रिकॉर्ड कौन से सूरमा बल्लेबाज़ के नाम है? सबसे अधिक चौके लगने की संभावना सबसे लंबी पारी में ज़्यादा होती है। टेस्ट क्रिकेट इतिहास के पहले तीन उच्च स्कोर बनाने का रिकॉर्ड विंडीज़ के ब्रायन लारा और ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन के नाम हैं, लेकिन एक पारी में सबसे अधिक चौके मारने का रिकॉर्ड न तो लारा के नाम पर है और न ही हेडन के नाम।

वीरेंद्र सहवाग ने दो तिहरे शतक जमाए हैं, लेकिन इन पारियों के दौरान वे भी सबसे अधिक चौके लगाने के रिकॉर्ड के पास नहीं पहुंच सके। जब सहवाग ने चेन्नई में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 319 रनों की पारी खेली थी तब उन्होंने 42 चौके लगाए थे, लेकिन एक पारी में सबसे अधिक चौके लगाने का विश्व रिकॉर्ड आज से 52 साल पहले बना था जब इंग्लैंड के जॉन एडरिक ने 1965 में न्यूजीलैंड के खिलाफ लीड्‍स में अपनी 310 रनों की नाबाद पारी के दौरान 52 चौके लगाए थे।

यह 52 साल पुराना एडरिक का विश्व रिकॉर्ड आज तक कायम है। इस मामले में सहवाग दूसरे नंबर पर हैं। सहवाग ने 2006 में पाकिस्तान के खिलाफ लाहौर टेस्ट में अपनी 254 रनों की पारी में 47 चौके लगाए थे। इस लिस्ट में तीसरा नाम सर डॉन ब्रेडमैन का है, जिन्होंने 1930 में इंग्लैंड के खिलाफ लीड्‍स टेस्ट में अपनी 334 रनों की पारी के दौरान 46 चौके लगाए थे। यह भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत सम्मान की बात है कि सहवाग इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर सर डॉन ब्रेडमैन के पहले शामिल हैं।

भारत की ओर से वीवीएस लक्ष्मण का नाम भी इस लिस्ट में है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2001 में कोलकाता टेस्ट में अपनी 281 रनों की ऐतिहासिक पारी में लक्ष्मण ने 44 चौके जमाए थे। लक्ष्मण इस लिस्ट में छठे स्थान पर काबिज़ हैं। चौथे स्थान पर ब्रायन लारा हैं जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 1994 में अपनी 375 रनों की पारी के दौरान 45 चौके जमाए थे।

एडरिक का यह 52 साल पुराना रिकॉर्ड कई बार ख़तरे में आया लेकिन आज ‍तक यह रिकॉर्ड कायम है। जब ब्रयान लारा ने 400 रनों की पारी खेली थी तब उन्होंने 43 चौके लगाए थे, जबकि मैथ्यू हेडन ने अपनी 380 रनों की पारी में 38 चौके लगाए थे। एडरिक का यह रिकॉर्ड निशाने पर तो आया, लेकिन टूट न सका। भविष्य में देखते हैं कि यह रिकॉर्ड कौन और कब तोड़ पाता है।

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