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शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुएः केन्द्रीय मानव संसाधन अनिल स्वरूप

उत्तराखंड

देहरादून: अन्य प्रदेशों के सफल प्रयोगों को उत्तराखण्ड में भी लागू किया जाए। शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत स्वयंसेवी संस्थाओं के संसाधन का भी इस्तेमाल किया जाए। शिक्षक-अभिभावक नियमित बैठक के अलावा ब्लाॅक, जिला स्तर पर अभिभावकों का सम्मेलन भी किया जाए। सभी विद्यालयों के लिये एक समान वर्क बुक लागू किया जाए। उच्च तकनीकी शिक्षण संस्थाओं के संसाधन का भी उपयोग किया जा सकता है। शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिये ज्यादा से ज्यादा सामाजिक सहभागिता की जाए। ये विचार केन्द्रीय सचिव मानव संसाधन श्री अनिल स्वरूप ने सचिवालय में समीक्षा के दौरान व्यक्त किये।

बैठक में बताया गया कि 2467 प्राथमिक विद्यालयों में गणित और अंग्रेजी के किट उपलब्ध कराकर स्मार्ट क्लास शुरू किया गया है। इसके लिये 4783 अध्यापकों का ओरियेंटेशन किया गया है। चम्पावत, देहरादून और ऊधमसिंह नगर जनपदों के 764 स्कूलों में रीडिंग-राइटिंग कार्यक्रम चलाये जा रहे है। शाला सिद्धि पोर्टल पर 4368 राजकीय विद्यालयांे को स्व मूल्यांकन के लिये अपलोड किया गया है। कक्षा एक से आठ तक लर्निंग इनहेंसमेंट प्रोग्राम चलाया जा रहा है। शिक्षा में गुणवत्ता सुधार के लिये क्वालिटी सेल की स्थापना की गई है। विद्यार्थियों की प्रगति की समीक्षा करने के लिये मासिक टेस्ट लिया जा रहा है। राज्य स्तर पर इन परिणामों का विश्लेषण कर निदान के उपाय बताये जा रहे है। कम परफार्मेंस वाले पांच ब्लाॅक और अधिक परफार्मेंस वाले पांच ब्लाॅक पर फोकस किया जा रहा है। 107 अपर प्राइमरी स्कूलों में माॅडल लैब संचालित किये जा रहे है। राज्य में बालिकाओं मुफ्त आवासीय शिक्षा प्रदान करने के लिये 28 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय खोले गये। इनमें सेनिटरी वेडिंग मशीन, इंटरनेट युक्त लैपटाॅप उपलब्ध कराये गये है।

’एक भारत श्रेष्ठ भारत’ योजना के अन्तर्गत पार्टनर स्टेट कर्नाटक के 75 विद्यार्थियों और 11 गाइड टीचर ने उत्तराखण्ड का भ्रमण किया। इसी तरह से उत्तराखण्ड के 40 विद्यार्थियों और 06 गाइड टीचर ने कर्नाटक का भ्रमण किया। नवाचारी प्रयासों के अन्तर्गत बुक डोनेशन कम्पेन चलाया गया है। अभी तक 83000 पुस्तकें इकट्ठी की गई है। सीएसआर (काॅरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) के तहत 117 स्कूलों में 12326 विद्यार्थियों के लिये फर्नीचर की वयवस्था की गई है। मध्याह्न भोजन में 1011 स्कूलों में लोहे की कड़ाही का इस्तेमाल किया जा रहा है। 5519 स्कूलों में गैस कनैक्शन दिये गये है। 995 किचन गार्डन विकसित किये गये है। सोशल आॅडिट भी कराया जा रहा है। लर्निंग लेवल एसेसमेंट से 92606 विद्यार्थियों को लाभ हुआ है। बाल सरवा के जरिये कैरियर काउंसनिलंग की जा रही है। प्रत्येक शनिवार को डाउट क्लियरिंग डे और इंगलिश स्पीकिंग का आयोजन होता है। अंतिम शनिवार प्रतिभा दिवस होता है। इस दिन विद्यार्थी बैग नही लाते है। क्विज, पेंटिंग, गेम्स और सांस्कृतिक गतिविधयां होती है।

बैठक में मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह, सचिव विद्यालयी शिक्षा डाॅ.भूपिंदर कौर औलख, महानिदेशक कैप्टन आलोक शेखर तिवारी, निदेशक श्री आर.के.कुंवर, रूम टू रीड एडूकेट गल्र्स ग्लोबली, हंस फाउंडेशन, सम्पर्क, अमेरिकन इंडिया एजुकेशन, अक्षय पात्र, रूम टू रीड, अजीम प्रेम जी फाउंडेशन, अरविंदो सोसायटी, इंडिया एजूकेशन फाउंडेशन, कैवल्य एजुकेशन फाउंडेशन और बिरला एजूटेक लिमिटेड के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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