लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद गोरखपुर के
जीडीए सभागार में पूर्वान्चल की योजनाओं की समीक्षा की। योजनाओं के निर्माण में आने वाली समस्याओं एंव बाधाओं को उन्होंने स्थानीय प्रशासन से लेकर शासन स्तर तक अतिशीघ्र निस्तारित करने के निर्देश दिये। उन्होंने समस्त योजनाओं को निर्धारित समय सीमा से पूर्व करने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्माण एजेंसियों को निर्देशित किया कि निर्माण कार्य का ठेका किसी भी पेशेवर या आपराधिक छवि के व्यक्ति को न दिया जाये, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली हो। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि ऐसा व्यक्ति किसी भी प्रकार का दबाव बनाता है तो उस पर एफ0आई0आर0 दर्ज कराकर विधिक कार्यवाही की जाए।
बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एफ.सी.आई. के वरिष्ठ अधिकारी से गोरखपुर फर्टिलाईजर फैक्ट्री के निर्माण में आ रही बाधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने इस सम्बन्ध में तत्काल प्रस्ताव बनाकर उन्हें भेजने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने बैठक में मौजूद नगर आयुक्त को भूमि के सम्बन्ध में तत्काल कार्यवाही करने का निर्देश दिये। उन्होंने फर्टिलाइजर प्रतिनिधि से यह भी कहा कि फर्टिलाइजर कारखाने का निर्माण 2019 तक पूर्ण कर लिया जाये। उत्तर प्रदेश सरकार पूरा सहयोग देने के लिए तैयार है।
बैठक में गीडा के इंडियन बाटलिंग प्लान्ट के निर्माण पर चर्चा हुई जो गीडा सेक्टर 15 में एल.पी.जी. बाटलिंग प्लान्ट के रूप में स्थापित हो रही है, इसकी क्षमता 3ग600 एंव लागत 150 करोड़ रुपया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में कहा कि इससे कार्य में अनावश्यक अब तक बहुत विलम्ब हो चुका है, इसलिए इसे प्रत्येक दशा में मार्च 2019 तक पूर्ण कर लिया जाये।
बैठक में एम्स की स्थापना एंव निर्माण के मुद्दे विस्तृत चर्चा हुई। मुख्यमंत्री जी ने गन्ना आयुक्त उ0प्र0 को निर्देश दिये कि गन्ना संस्थान को तत्काल पिपराइच शिफ्ट करके एम्स निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाये इसमें अब किसी प्रकार का विलम्ब नही होना चाहिए। गन्ना आयुक्त ने यह भी बताया कि पिपराइच में 325 करोड़ रुपये की लागत से नई चीनी मिल स्थापित होने जा रही है।
गोरखपुर में आडिटोरियम के निर्माण के लिए मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये कि विवादित भूमि पर कोई प्रोजेक्ट न बनाया जाये और काफी दिनों से लंबित इस प्रोजेक्ट को आपसी वार्ता कर गंभीरता से सुलझाने का प्रयास होना चाहिए। उन्होंने गोरखपुर एयरपोर्ट पर आधुनिक सुविधायुक्त नये पैसेन्जर भवन के निर्माण की समीक्षा की और कहा कि इसके चालू होते ही गोरखपुर से काठमाण्डू सहित अन्य शहरों के लिए हवाई उड़ान शुरू हो जायेगी।
बैठक में मुख्यमंत्री जी ने रामगढ़ताल सौन्दर्यीयकरण परियोजना की बिन्दुवार समीक्षा की और कहा कि पूरे ताल के मलबे को साफ कराना है और इसके लिए जो भी परियोजनाएं स्वीकृत थीं, उसे पूरा किया जाना है। उन्होंने आर.के.बी.के. से पैडलेगंज तक रामगढ़ताल के किनारे-किनारे एक सड़क निर्माण की संभावनाओं पर भी जोर दिया, ताकि मोहद्दीपुर के जाम से लोगों को छुटकारा मिल सके। बैठक में रामगढ़ताल परियोजना में जलनिगम से संबंधित कार्यों की कार्य पद्धति से मुख्यमंत्री बहुत नाराज हुए और उन्होंने जलनिगम को सुधरने की चेतावनी दे दी। बैठक में गोरखपुर में प्राणी एंव जन्तु उद्यान के निर्माण में आने वाली बाधाओं को भी दूर करने का निर्देश दिये गये।
मुख्यमंत्री जी ने गोरखपुर वाराणसी मार्ग के निर्माण में आने वाली बाधाओं के बारे में संबंधित अधिकारियों एंव जिलाधिकारी गोरखपुर से विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने निर्माण से प्रभावित गांवों में मुआवजा वितरित करने के निर्देश दिये। उन्होंने यह भी कहा कि सड़क निर्माण से प्रभावित लोगों से वार्ता कर उनको विश्वास में लेकर अतिशीघ्र काम शुरू किया जाये। उन्होंने कहा कि निर्माण के दौरान यातायात बाधित नही होना चाहिए। कालेसर से जंगल कौड़िया नये बाइपास के निर्माण, मोहद्दीपुर-मंदिर-जंगल कौड़िया 4 लेन सीसी रोड के निर्माण तथा गोरखपुर में मेट्रो संचालन के रूट एंव संभावनाओं पर विस्तृत समीक्षा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसपर अतिशीघ्र सर्वे रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ ओवरब्रिज के महीनों से टूटे हुए हिस्से को अतिशीघ्र ठीक कराने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री जी ने निर्माण एंव विकास कार्यों को सरकार की प्राथमिकता बताते हुए अधिकारियों से कहा कि वे आपस में समन्वय बनाकर निर्माण एंव विकास कार्यों के समस्त बाधाओं को दूर करें। आपस में अनावश्यक पत्राचार से बचें और सीधे वार्ता कर हर कठिनाई का समाधान करें। उन्होंने पर्यावरण विभाग को चेतावनी लहजे में कहा कि पर्यावरण प्रदूषण के नाम पर किसी भी सरकारी या गैर सरकारी, जनहितकारी एंव कल्याणकारी योजनाओं को अनावश्यक विलम्ब न करें। बैठक का संचालन एंव तथ्यों का प्रस्तुतिकरण मण्डलायुक्त अनिल कुमार ने किया।