नयी दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ऑफ इंडिया (बीसीसीआई) ने मुख्य कोच के पद के लिए आवेदन मंगवाकर मुख्य कोच अनिल कुंबले को संकेत दे दिया है कि चैम्पियंस ट्रॉफी के बाद खत्म हो रहे उनके मौजूदा कार्यकाल का स्वत: विस्तार नहीं किया जाएगा। हालांकि बीसीसीआई इंटरव्यू प्रक्रिया में कोच अनिल कुंबले को सीधे प्रवेश देगा। इच्छुक उम्मीदवार 31 मई तक आवेदन कर सकते हैं, जिसके बाद सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की क्रिकेट सलाहकार समिति उनका इंटरव्यू लेगी। कुंबले का बतौर मुख्य कोच कार्यकाल चैंपियंस ट्राफी के बाद समाप्त हो रहा है। इंग्ालैंड एवं वेल्स में एक से 18 जून तक 8 शीर्ष टीमों के बीच इस वनडे टूर्नामेंट में भारत इस बार गत चैंपियन की हैसियत से खिताब बचाने उतर रहा है, जो उसने वर्ष 2013 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में जीता था।
कुंबले से खुश नहीं है बोर्ड
बीसीसीआई के आला अधिकारी बतौर कोच कुंबले से खुश नहीं हैं। कारण यह है कि खिलाडि़यों के अनुबंध और अपने वेतन में इजाफे के लिए उन्होंने काफी आक्रामक रवैया अपनाया। भारत ने कुंबले के कोच रहते घरेलू सत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 13 में से 10 टेस्ट जीते, 2 ड्रा खेले और सिर्फ एक गंवाया। अलावा वेस्टइंडीज में टेस्ट सीरीज भी जीती। खिलाडि़यों के भुगतान में बढ़ोतरी को लेकर उनका रवैया बीसीसीआई को रास नहीं आया।
एक वर्ष का था अनुबंध
पूर्व भारतीय टेस्ट कप्तान तथा देश के सफल गेंदबाज कुंबले को गत वर्ष 23 जून 2016 को भारतीय टीम का कोच नियुक्त किया गया था। उन्हें एक वर्ष के लिये कोच का कार्यकाल सौंपा गया था। कुंबले की टीम इंडिया के साथ पहली सीरीज गत वर्ष जुलाई में वेस्टइंडीज के साथ थी।
बिना अनुभव मिला था पद
अपने करियर में 619 टेस्ट और 337 वनडे विकेट लेने वाले दिग्गज गेंदबाज कुंबले को अंतर्राष्ट्रीय या प्रथम श्रेणी स्तर पर बिना किसी कोचिंग अनुभव के भारतीय टीम का कोच चुना गया था। बीसीसीआई ने कुंबले को चुनने के लिये अपने इस मापदंड का भी पालन नहीं किया था। 46 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर वर्तमान में खिलाड़ियों के लिये अधिक वेतन की मांग के कारण बीसीसीआई के साथ मतभेदों का सामना कर रहे हैं और समझा जाता है कि इस कारण से बोर्ड उनसे बहुत खुश नहीं है।
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