नई दिल्ली: केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत व पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि दिल्ली में शीघ्र ही पूर्वोत्तर सांस्कृतिक व सूचना केंद्र का निर्माण होगा। उन्होंने आज यहां “पूर्वोत्तर परिषद की योजनाओं के कार्यान्वयन की रूपरेखा” विषय पर आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करने के पश्चात यह बात कही। इस अवसर पर पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय (डोनर) के सचिव श्री नवीन वर्मा, पूर्वोत्तर परिषद के सचिव श्री राम मुइवा और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में पूर्वोत्तर के विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार पूर्वोत्तर क्षेत्र को प्राथमिकता दे रही है और यह सांस्कृतिक केंद्र पूर्वोत्तर क्षेत्र के लोगों के लिए एक नए उपहार के समान है। डॉ. सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि इस केंद्र का निर्माण नई दिल्ली के द्वारका में 1.32 एकड़ भूमि पर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह, पूर्वोत्तर क्षेत्र के सांस्कृतिक-सह-सम्मेलन केंद्र के रूप में कार्य करेगा। मंत्री महोदय ने कहा कि इस केंद्र में पुस्तकालय-सह-अध्ययन कक्ष, एक कला दीर्घा, प्रदर्शनी हाल, शोध केंद्र, विक्रय केंद्र तथा अतिथि गृह होंगे। वर्तमान में इस परियोजना के भवन की रूपरेखा व डिजाइन, निर्माण की प्रक्रिया में हैं। परियोजना की अनुमानित लागत 50 -55 करोड़ रुपये है। यह देश में अपनी तरह का पहला केंद्र होगा।
बड़ी संख्या में पूर्वोत्तर क्षेत्र के छात्र देश के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षा ग्रहण करते हैं। इन छात्रों के लिए छात्रावासों का निर्माण किया जा रहा है। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में एक छात्रावास का निर्माण हो रहा है, जबकि पूर्वोत्तर क्षेत्र की छात्राओं के लिए बैंग्लुरू विश्वविद्यालय में एक एक छात्रावास का निर्माण किया जा रहा है।