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जानिये जिन व्यक्तियों का जन्म (01, 10, 19, 28) हुआ है उनका मूलांक 1 है

जानिये जिन व्यक्तियों का जन्म (01, 10, 19, 28) हुआ है उनका मूलांक 1 है
अध्यात्म

अंक(01, 10, 19, 28)

शुभ दिन– रविवार, वृहस्पतिवार

शुभ मासजनवरी, मार्च, मई , जुलाई, अक्टूबर
वर्ष का श्रेष्ठ समयः प्रत्येक कैलेंडर वर्ष में 20 जून से 21 अगस्त के मध्य।

इस अंक को सूर्य अंक के रूप में जाना जाता है। यह अपने-आपमें विशेष गुण भी रखता है। यह अंक सक्रियता और प्रबल ऊर्जा शक्ति का प्रतीक है।

इन तरीखों में पैदा हुए लोगों के प्रबल प्रभावशाली ग्रह सूर्य और यूरेनस है।

आपके जीवन में इन्हीं का प्रभाव प्रबल रूप से दिखलाई पड़ता रहेगा। इस राशि का मूलांक अथवा भाग्यांक 1 है।

इस अंक केे व्यक्ति स्वभाव से उदार होते है। साथ ही साथ कला के प्रति विशेष प्रेम रखते है। हंसमुख और आशावादी होना इस अंक के लोगों की विशेषता होती है। इस अंक वाले कभी हताश नहीं होते है। संधर्ष की क्षमता इनमें कूट-कूट कर भरी होती है। साथ ही इनमें अदम्य साहस भी होता है। इस अंक वालों को अपने जीवन में उथल-पुथल का सामना भी करना पड़ता है। यही स्वभाव इनको समाज में मान-सम्मान प्रदान करता है।

इस अंक वाले लोगों के अनेक मित्र होते है। इस अंक के लोग दार्शनिक और दूरदर्शी विचारधारा वाले होते है। ये लोग एक बार जिस बात का संकल्प कर लेते हैं उसे पूरा करके ही दम लेते हैं। इस अंक वालों की सबसे बड़ी विशेषता यह होती है कि अगर किसी को निराश होते देखते हैं तो उसमें ऊर्जा और उत्साह भरने का जी-तोड़ प्रयास करते हैं और सीमा की हद तक उसको तनाव मुक्त करा देते है।

कार्य क्षेत्र की नज़र से इस अंक वाले व्यक्ति शोध कार्य, संर्वेक्षण, रेलवे, वायुयान और पत्रकरिता आदि के क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान बना लेते हैं। इसकों जीवन में कुछ कर गुजरने की इच्छा रहती है। अपने उद्देश्य में सफल भी होते हैं।

इस अक वाले व्यक्ति उदार और भावुक होते हैं। इसीलिए लेन-देन में हानि भी उठाते हैं। इस अंक वालों को इस क्षेत्र में सावधान रहना चाहिए।

यदि इस अंक वाले व्यक्ति का जन्म जनवरी के फरवरी माह की उक्त तिथियों को हुआ है तो सूर्य और यूरेनस के साथ-साथ शनि भी आपके कारक ग्रह में आएगा। अतः शनि के साथ वर्ष पति मंगल की युति विस्फोटक होती हैं। इस स्थिति में इस अंक वालों को खासतौर से मानसिक और कोर्ट की उलझनों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही साथ पारिवारिक कलह का पात्र भी बनना पड़ सकता है। यहां यह बात उल्लेखनीय है कि इन परिस्थितियों का प्रभाव सिर्फ जनवरी और फरवरी माह में ही होता है। शेष माहों में सार्थक परिणाम प्राप्त होते हैं।

यदि एक अंक वाले मार्च में पैदा हुए है तो सूर्य और यूरेनस के साथ-साथ ग्रह देव गुरू बृहस्पति भी हैं। सूर्य, गुरू और वर्ष पति मंगल का त्रिगुणात्मक योग इनकी सफलता में अहम् भूमिका निभाता है। इन लोगों को कई तरह के अनुबंध भी प्राप्त होते हैं। इस अंक और माह में जन्में लोगों को निम्न क्षेत्रों में प्रयास करना चाहिए-

सर्विस, शिक्षा

इस अंक वालों को नवम्बर और दिसम्बर में अपने व्यवसाय में विशेष प्रयास करने चाहिए।

यदि एक अंक वालों का अप्रैल में उक्त तिथियों को जन्म हुआ है तो उन्हें हर एक क्षेत्र में सार्थक परिणाम ही प्राप्त होगा। इस अवधि में आपके कारक ग्रह मंगल खुद ही होंगे जो कि वर्ष पति भी हैं।

अतः आपको निम्न क्षेत्रों में प्रयास करना चाहिए-

– रक्षा सेवा

– सेना सेवा

– पुलिस विभाग

– अग्नि तत्व

– नेतृत्व प्रधान कार्य

इन क्षेत्रों में विशेष प्रयास करने होंगे। इन लोगों को कृषि कार्य, जमीन-जायदाद एवं ठेकेदारी के क्षेत्र में भी लाभ प्राप्त होता है। इंजीनियर, डाॅक्टर के रूप में भी इस अंक और माह में पैदा हुए लोग प्रतिष्ठा प्राप्त करते हैं।

यदि इस अंक वाले लोग मई माह में पैदा हुए है तो सूर्य और यूरेनस के साथ-साथ असुर गुरू और शुक्र का प्रभाव भी इनके जीवन पर पड़ता है। शुक्र की युति वर्ष पति मंगल के साथ अच्छी नहीं कही जा सकती। यह आपके स्वास्थ्य तथा वैवाहिक जीवन में बाधा और विद्रोह का अवसर प्रदार करेगा। धन की प्राप्ति खूब होगी, किन्तु खर्च की अधिकता भी बनी रहेगी। इस अंक के उपर्युक्त माह में जन्मे व्यक्ति को अपने स्वास्थय, खास तौर पर आंखों की ओर से सतर्क रहना चाहिए।

यदि इस अंक वाले व्यक्ति का जन्म जून महीने में हुआ है तो इनके कारक ग्रह सूर्य और यूरेनस के साथ बुध की युति अच्छा लाभ और उच्च स्थान प्राप्त कराती है। मंगल की युति इसमें कर्मठता लाती है और व्यवस्था तथा कार्य-क्षमता में वृद्वि होती है।इन्हें विपरीत लिंगी लोगों के प्रति रिश्तों में सवधानी बरतनी चाहिए वरना हानि और अपमान का सामना करना पड़ सकता है। इसकी दार्शनिक विचारधारा इन सब समस्याओं से छुटकारा दिलाएगी तथा किसी समृद्धिशाली व्यक्ति अथवा संस्थान से लाभ दिलायेगी।

यदि इनका जन्म जुलाइ की उक्त तिथियों को हुआ हो तो सूर्य और यूरेनस के साथ-साथ चन्द्र भी इनके कारक ग्रह हैं। मंगल के साथ यह युति आत्मबल एवं दृढ़ इच्छाशक्ति प्रदान कराती है। इन लोगों के लिए कमीशन का कार्य अच्छा रहता है। इन व्यक्तियों को आध्यात्मिक क्षेत्र में भी रूचि होती हैं। इनके जीवन में परिवर्तन अवश्य ही आता है। स्थायित्व का महौल कम ही रहता है। ये लोग स्वभाव से शांत, सीमित सरोकर वाले होते हैं। भौतिक कार्यों में इन्हें विशेष लाभ मिलता है।

यदि इस अंक वाले का जन्म अगस्त माह में हुआ है तो कारक पति सूर्य और यूरेनस का दोहरा प्रभाव रहता है। इनकी युति बृहस्पति और मंगल के साथ अच्छी बैठती है। इनके लिए पूर्ण वर्ष लाभकारी परिणाम प्रदान करता है। रूके हुए कार्य बनते हैं तथा बाधाएं समाप्त होती है। इस अंक वाले जो व्यक्ति बेरोजगार हों, उन्हें नौकरी के लिए आवेदन अवश्य करना चाहिए। सफलता अवश्य मिलेगी।

यदि इस अंक वाले व्यक्ति का जन्म सितम्बर माह में हुआ है तो इनके कारक ग्रह सूर्य यूरेनस के साथ-साथ युवराज बुधदेव जी भी हैं। मंगल के साथ यह युति कार्यों और निर्णयों में भय की स्थिति पैदा करेगी। इस अंक वाले अपना कार्य सावधानी और सतर्कता के साथ पूर्ण करें। विश्वासघात से बचने का प्रयास करें।

यदि इस अंक वाले व्यक्ति का जन्म अक्टूबर माह में हुआ है तो सूर्य और यूरेनस के साथ शुक्र भी इनके कारक ग्रह हैं। यह योग वर्ष पति के साथ इनके न्यायिक कार्यों में सन्तुलन प्रदान करेगा। ये अति महत्वाकांक्षी होते हैं। इनका सारा वर्ष अच्छा गुजरता है। इन लोगों को मकान, वाहन आदि के व्यवसाय में खरीद-बिक्री से आशातीत लाभ प्राप्त होता है। यात्रा से व्यापारिक कार्य-क्षेत्र में लाभ होता है। यदि इस अंक वाले व्यक्ति का जन्म नवम्बर माह में हुआ है तो सूर्य और यूरेनस के साथ-साथ मंगल का दोहरा प्रभाव प्राप्त होगा। यदि इस माह में पैदा हुए, इस अंक वाले व्यक्ति तकनीकी कार्य, पुलिस अथवा सेना के क्षेत्र में, जमीन-जायदाद की खरीद-फरोख्त में आवेदन करते है तो सफलता अवश्य मिलती है।

यदि इस अंक वालों का जन्म दिसम्बर माह में हुआ है तो कारक ग्रह सूर्य और यूरेनस के साथ-साथ देवगुरू का प्रभाव इनके जीवन के हर क्षेत्र में सफलता दिलाता है कारकपतियों के साथ-साथ बृहस्पति, मंगल की युति प्रशासनिक कार्य एवं आई.पी.एस. जैसे पद प्राप्त करवाती है। इनके जीवन के जनवरी, अप्रैल, अगस्त और अक्टूबर माह विशेष महत्वपूर्ण और फलदायी होते हैं। इस अंक वालों के लिए ज्यादातर शुभ फल और घटनाएं इन्हीं महीनों में होंगी। इन महीनों की अथवा किसी भी माह की 1, 10, 19, 28 तरीखें विशेष महत्व की होंगी।

रविवार तथा बृहस्पतिवार इस अंक वालों के शुभ दिन है।

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