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यह पहला अवसर है जब प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन उत्तर प्रदेश, वह भी काशी में हो रहा: सीएम योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश

लखनऊउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी एवं केन्द्रीय विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज ने आज वाराणसी में बड़ालालपुर स्थित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल सभागार में 15वें प्रवासी भारतीय दिवस के अन्तर्गत आयोजित ‘युवा प्रवासी भारतीय दिवस’ को सम्बोधित किया।

मुख्यमंत्री जी ने देश के हृदय स्थल काशी में इस आयोजन का अवसर देने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एवं विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह एक अत्यन्त महत्वपूर्ण आयोजन है। यह पहला अवसर है जब प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन उत्तर प्रदेश, वह भी काशी में हो रहा है। प्रारम्भ में एक दिवसीय होने वाला यह आयोजन क्रमशः बढ़ते हुए द्विदिवसीय एवं अब तीन दिन का कर दिया गया हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी द्वारा वर्ष 2003 में प्रवासी भारतीय दिवस के आयोजन का शुभारम्भ किया गया था। तबसे लगातार इसके जरिये दुनिया के विभिन्न देशों में रह रहे प्रवासी भारतीयों को उनकी जड़ों से जोड़ने एवं उनकी प्रतिभा का लाभ, देश प्राप्त कर सके, इसके लिए सरकार प्रयास कर रही है। यह आयोजन प्रवासी भारतीयों को अनेक कार्यक्रमों से जोड़ने का है। इस आयोजन में सम्मिलित प्रवासी मेहमानों को मानवता के सबसे बड़े समागम प्रयागराज कुम्भ-2019 में भी जाने का मौका मिलेगा। इसके बाद देश की राजधानी नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर समृद्ध भारत की तस्वीर भी देखने को मिलेगी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान में भारत की प्रतिभा विश्व भर में अपना लोहा मनवा रही है। उत्तर प्रदेश देश का सर्वाधिक जनसंख्या वाला राज्य है। इसकी आबादी 23 करोड़ है। यह देश का सबसे युवा राज्य भी है। इसमें युवाओं की संख्या सर्वाधिक है। उन्होंने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार के सत्ता में आने के बाद युवाओं के लिए कई योजनाएं शुरू हुई हैं। प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं के लिये अनेक योजनाएं शुरू की गई हैं। स्किल डेवलपमेंट को लागू किया गया है। ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ योजना से उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। देश-प्रदेश में बदलाव अब दिखने लगा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों में आपके सुझाव भी उपयोगी हैं। आपके सुझावों से परम्परागत उद्यमों के विकास में मदद मिलेगी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रवासी भारतीयों ने दुनिया के तमाम देशों में अपनी प्रतिभा और उपलब्धियों से भारत का सम्मान बढ़ाया है। रहन, सहन, खाना, उपासना विधि में अंतर के बावजूद भारतीयता का भाव हमें जोड़ता है। दुनिया के विभिन्न देशों से अपनी जड़ों की ओर, विश्व की प्राचीनतम नगरी काशी में पधारे प्रवासी भारतीयों का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आप यहां बदलती हुई काशी देखेंगे। गलियों के शहर काशी की सूरत अब बदल रही है। आपको काशी की विविधता को देखने का अवसर मिलेगा। काशी के माध्यम से प्राचीन परंपरा को आगे बढ़ाया है। इन तीन दिनों में आपको काशी दर्शन का भी मौका मिलेगा।

प्रवासी मेहमानों को कुम्भ में स्नान का अवसर देने के लिए विदेश मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रयागराज कुम्भ-2019 में इस बार साढ़े चार सौ साल बाद पहली बार अक्षय वट और सरस्वती कूप का भी दर्शन मिलेगा। आपके पुरखों को भी शायद यह सौभाग्य न मिला हो। इस वर्ष आप सभी को यह पावन अवसर प्राप्त होगा। प्रयागराज कुम्भ-2019 में लगभग 15 करोड़ लोग सम्मिलित होंगे। दुनिया के विभिन्न देशों के लोगों के कुम्भ से जुड़ाव से इसका वैश्विक स्वरूप है। उन्होंने प्रवासी मेहमानों से काशी आतिथ्य का लाभ लेने का अनुरोध करते हुए कहा कि आपके अनुभव व ऊर्जा का लाभ देश-प्रदेश के युवाओं को मिलेगा।

केन्द्रीय विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज ने अपने सम्बोधन में कहा कि वर्ष 2022 में भारत दुनिया का सबसे युवा देश होगा, जिसमें 64 फीसदी आबादी की औसत उम्र 29 वर्ष होगी। युवा प्रवासियों से उन्होंने कहा कि युवा प्रवासी भारतीय दिवस के आयोजन का उद्देश्य न सिर्फ आपको अपनी जड़ों से जोड़े रखना है, बल्कि ये सीखने का मौका देना भी है कि कैसे आप देश के विकास के भागीदार बनते हैं।

विदेश मंत्री ने कहा कि देश की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा रहा है। शोध को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रम शुरू किये गये हैं। हमारे पास युवाओं की बड़ी संख्या है। विदेशों में काम करने जाने वाले लोगों की मदद के लिए ‘सुरक्षित जाओ, प्रशिक्षित जाओ’ योजना संचालित की गयी है। फर्जीवाड़ा करके विदेश भेजने वाली एजेंसियों पर भी लगाम लगाने का काम किया जा रहा है।

विदेश मंत्री ने कहा कि तीन करोड़ 10 लाख भारतीय विदेशों में रहते हैं। इन सबमें भारतीयता का समान भाव है। वर्तमान में अनेक भारतवंशी, प्रवासी भारतीय तथा भारतीय विभिन्न देशों के प्रमुख, बड़ी-बड़ी कंपनियों के प्रमुख हैं, जिनकी वजह से भारत की प्रतिष्ठा बढ़ रही है। गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी मल्टीनेशनल के प्रमुख भारतीय ही हैं। सोशल मीडिया पर भारत सरकार की सक्रियता के जरिए लोगों की मदद हो रही है। एक ट्वीट पर 24 घंटों में लोगों को मदद पहुंचाने का काम किया गया है। आज भारतीयों का पासपोर्ट उनका सुरक्षा कवच बन गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की पहल पर भारत को जानिये क्विज शुरू की गयी है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग हिस्सा ले रहे हैं।

केंद्रीय युवा कार्य एवं खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि आप भारत के सबसे बड़े राजदूत हैं। भारत की पहचान आपसे हैं और आज भारत पूरी दुनिया में अपनी पहचान बना रहा है। आप सभी लोगों से भी भारत को अभी बहुत कुछ सीखना है। उन्होंने कहा कि भारत में लंबे समय बाद मतदाताओं ने एक मजबूत सरकार चुनी है। यह सरकार सभी से मधुर संबंध रखने के प्रयास में है। हमंे आपका साथ चाहिए।

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