लखनऊ: पेराई सत्र 2017-18 में गन्ना आपूर्ति में बरती गयी अनियमितताओं से सम्बन्धित प्राप्त शिकायतों की जांच जिला गन्ना अधिकारी, गाजियाबाद की अध्यक्षता में गठित जांच दल से करायी गयी। जांचदल की जांच आख्या एवं विभागीय कार्मिको ंको निर्गत नोटिस के प्राप्त उत्तर के सम्यक अनुशीलन उपरान्त यह तथ्य प्रकाश में आया है कि, 69 कृषकों पर कर्जा न होते हुए भी 110 कर्जे की पर्चियांें पर मवाना चीनी मिल के गेट पर गन्ने की तौल करायी गयी है। चीनी मिल, मवाना में पुराने लोन का कृषकवार डाटा कम्प्यूटर में दर्ज था, जिसे नजर अंदाज करके फर्जी पर्चियों को पुराने लोन में तौला गया। मवाना चीनी मिल द्वारा बिना उच्च स्तर के संज्ञान में लाये बिना समिति इण्डेन्ट के उक्त जारी पर्चियों को कम्प्यूटर में दर्ज किया गया और प्रकरण संज्ञान में आने पर कम्प्यूटर से डाटा डिलीट कर दिया गया।
पर्ची निर्गमन में बरती गयी उपर्युक्त अनियमितता को गम्भीरता से लेते हुए श्री संजय आर. भूसरेड्डी, आयुक्त, गन्ना एवं चीनी, उ.प्र. द्वारा चीनी मिल के बिरूद्ध विधिक एवं दण्डात्मक कार्यवाही करने से पूर्व चीनी मिल का पक्ष सुनने हेतु नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह में उत्तर मांगा गया है।