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5वां भारत-सीएलएमवी व्यवसाय सम्मेलन 21-22 मई, 2018 को नोम पेन्ह, कम्बोडिया में आयोजित हुआ

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नई दिल्ली: भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने कम्बोडिया के वाणिज्य मंत्रालय के साथ मिलकर 21-22 मई, 2018 को नोम पेन्ह, कम्बोडिया में 5वें भारत-सीएलएमवी (कम्बोडिया, लाओस, म्यामा, वियतनाम) व्यवसाय सम्मेलन का आयोजन किया। इस क्षेत्र से बेहतर प्रतिभागिता के लिए भारत में व्यवसाय सम्मेलन के चार सत्र के बाद यह पहल भारत सरकार के वाणिज्य विभाग द्वारा कम्बोडिया में की गई। इस कार्यक्रम में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) संस्थागत साझेदार है।

5वें भारत-सीएलएमवी सम्मेलन के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कम्बोडिया के उप-प्रधानमंत्री ने की और इसमें भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री सुरेश प्रभु उपस्थित थे। इस अवसर पर कम्बोडिया, म्यामां, वियतनाम और लाओ पीडीआर के वाणिज्य और उद्योग तथा व्यापार मंत्री भी उपस्थित थे। भारत, कम्बोडिया, म्यामां, वियतनाम और लाओस के लगभग 400 मंत्रिस्तरीय और व्यवसायिक प्रतिनिधि उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए।

वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री सुरेश प्रभु के साथ भारतीय उद्योग परिसंघ के अध्यक्ष डॉ. नौशाद फोर्ब्स के नेतृत्व में व्यवसायिक प्रतिनिधि और अन्य जाने-माने व्यवसायी तथा भारतीय उद्योगों के प्रमुख भी थे।

अपने उद्घाटन सम्बोधन में कम्बोडिया के उप-प्रधानमंत्री ने कम्बोडिया में 5वें भारत-सीएलएमवी व्यवसाय सम्मेलन आयोजित करने में भारत के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने क्षेत्रीय एकता को बढ़ावा देने और मूल्य श्रृंखला विकसित करने के लिए सीएलएमवी देशों तथा भारत के बीच कृषि, स्वास्थ्य, पर्यटन, शिक्षा और सम्पर्क के क्षेत्र में समन्वय का आग्रह किया।

श्री सुरेश प्रभु ने अपने सम्बोधन में भारत-सीएलएमवी व्यवसाय तथा व्यापार सम्बंधों को सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने बेहतर सम्पर्क, लघु और मध्यम उद्यमों को बढ़ावा देने, सेवा क्षेत्र विशेष रूप से स्वास्थ्य देखभाल, पर्यटन, परिवहन और लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में उपलब्ध अवसरों का लाभ उठाने की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने आजीविका और रोजगार की समस्या से निपटने के लिए कृषि क्षेत्र में उत्पादकता बढ़ाने और मूल्य वर्धन की आवश्यकता पर बल दिया।

वाणिज्य मंत्री ने भारतीय व्यवसाय प्रमुखों से सीएलएमवी क्षेत्र में अधिक निवेश करने का आग्रह करते हुए कहा कि यह पूरे एशियाई देशों का प्रवेश द्वार है और इससे इन देशों के बड़े बाजारों तक पहुंच सुनिश्चित होगी। भारत और सीएलएमवी देशों के साथ द्विपक्षीय व्यवसाय और व्यापारिक संबंधों को संस्थागत बनाने के लिए भारत के वाणिज्य मंत्री ने सीआईआई और कम्बोडिया के वाणिज्य परिसंघ के बीच संस्थागत साझेदारी के लिए भारत-कम्बोडिया वाणिज्य परिसंघ स्थापित करने का प्रस्ताव किया।

उन्होंने वियतनाम और लाओस में भी इसी प्रकार के द्विपक्षीय व्यवसाय फोरम स्थापित करने का प्रस्ताव रखा। श्री सुरेश प्रभु ने भारत-सीएलएमवी व्यवसाय सम्मेलन और अगले वर्ष से प्रति वर्ष होने वाली भारत-सीएलएमवी व्यवसाय प्रदर्शनी के आयोजन के सहायता कोष को भी बढ़ाने की घोषणा की। इससे इन देशों के व्यापारियों और निर्यातकों के बीच संबंध और सुदृढ़ होंगे।

उद्घाटन सत्र के बाद पूर्ण सत्र और देश आधारित सत्र आयोजित किए गए, जिनमें लघु और मध्यम उद्यम, विनिर्माण, कृषि, पौधारोपण, मत्स्य पालन और इससे जुड़े उद्योग, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी और कौशल विकास जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केन्द्रित किया गया।

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