नई दिल्ली: 29 सितंबर, 2017 को मुंबई सैंट्रल-दादर उप-नगरीय खंड के एलफिन्स्टन रोड स्टेशन के एफओबी के उत्तरी छोर पर होने वाले हादसे की जांच करने के लिए पश्चिम रेलवे के मुख्य सुरक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में पांच वरिष्ठ प्रशासनिक ग्रेड अधिकारियों (संयुक्त सचिव स्तरीय) की एक समिति गठित की गई है। जांच समिति ने एक सार्वजनिक नोटिस जारी कर दी, जिसके तहत घटना के बारे में जानकारी रखने वालों को आमंत्रित किया गया है। उनसे आग्रह किया गया कि इस संबंध में अगर उनके पास कोई सबूत है, तो वे समिति के समक्ष प्रस्तुत करें। समिति ने घटना से संबंधित सभी मुद्दों की जांच की, जिनमें गवाहों द्वारा दिए गए सबूत शामिल हैं। इसके अलावा घायल व्यक्तियों के बयान भी कलमबंद किए गए। एलफिन्स्टन रोड स्टेशन के रेलवे अधिकारियों के बयान लिए गए और एफओबी तथा स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की भी जांच की गई।
समिति इस नतीजे पर पहुंची कि उस दिन अचानक होने वाली तेज बारिश और दस बजे दिन के आस-पास एफओबी और सीढ़ियों के पास जमा यात्रियों की भीड़ के कारण दुर्घटना हुई। स्थिति उस समय और बिगड़ गई, जब एक विक्रेता का फूलों का एक गुच्छा गिर पड़ा और किसी ने चिल्लाकर कहा, ‘माझा फूल पाडला।’ यात्रियों ने गलती से ‘फूल’ की जगह ‘पुल’ समझ लिया। संभवतः इससे अफरा-तफरी फैल गई, जिसके कारण हादसा हो गया।
मुंबई उप-नगर स्टेशनों के लिए समिति ने कुछ अल्पकालीन और दीर्घकालीन उपाय भी सुझाए हैं।
उल्लेखनीय कि एलफिन्स्टन रोड एफओबी के लिए संविदा संबंधी नोटिस (एनआईटी) को 18 महीने लगे थे। रेलवे बोर्ड ने इस पूरी प्रक्रिया में होने वाली देरी और भविष्य में होने वाले विलंब को कम करने के उपाय सुझाने के संबंध में एक उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति के गठन का निर्णय किया है। इस समिति की अध्यक्षता श्री प्रत्यूष सिन्हा (सेवानिवृत्त मुख्य सतर्कता आयुक्त) करेंगे। समिति में सीआईआई आर्थिक कार्य परिषद के अध्यक्ष श्री विनायक चटर्जी और रेलवे बोर्ड के सेवानिवृत्त सदस्य अभियांत्रिकी श्री सुबोध जैन समिति के सदस्य हैं। इनके अलावा रेलवे बोर्ड में मौजूदा सुरक्षा निदेशक श्री पंकज कुमार सदस्य सचिव हैं।